रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने पहली प्रेसवार्ता में कहा, जनता का मत EVM में कैद हो चुका है. सबने भाजपा को आशीर्वाद दिया है. 3 दिसंबर को जनता को राज्य के कुशासन से मुक्ति मिलेगी.
राज्य विकास की ओर आगे बढ़ेगा. दिसंबर का महीना छत्तीसगढ़ की दृष्टि से महत्वपूर्ण है. भाजपा की सरकार 3 दिसंबर को बनेगी. नए विश्वास के साथ छत्तीसगढ़ आगे बढ़ने वाला है. कांग्रेस के झूठे प्रोपेगंडा को जनता ने करारा जवाब दिया है, जिसका परिणाम 3 दिसंबर को आएगा.
साव ने कहा, हर प्रकार के हथकंडे कांग्रेस ने अपनाए, लेकिन जनता ने भाजपा के पक्ष में अपना फैसला दिया है. माताओं बहनों काे ठगने का काम, माताओं बहनों के साथ अत्याचार कांग्रेस ने किया. 3 दिसंबर को माताओं के खाते में 1 हजार रुपये मोदी की गारंटी मिलना चालू हो जाएगा. 18 लाख गरीब परिवारों को मकान देंगे. सरकार का पहला कैबिनेट इस विषय में निर्णय लेगा.
किसानों को 3100 रुपये प्रति क्विंटल धान की राशि मिलेगी. 21 क्विंटल धान लेंगे. छत्तीसगढ़ में नया सबेरा होगा. भाजपा के एक एक कार्यकर्ता ने कांग्रेस के कुशासन की लड़ाई लड़ी. संकल्प के साथ यात्रा निकाली. हमारे लाखों कार्यकर्ता के बदौलत छत्तीसगढ़ में कमल खिलने वाला है.
कांग्रेस के 75 पार के नारे पर अरुण साव ने कहा, 5 साल से भूपेश बघेल दावे कर रहे हैं, 700 से अधिक घोषणाएं की, विकास के दावे होंर्डिंग विज्ञापन में दिखे. धरातल में कुछ नही है. 75 पार का नारा हवा में दिखेगा. सुप्रीम कोर्ट से NIA को झटके पर अरुण साव ने कहा, मुख्यमंत्री कहते थे झीरम का सच मेरी जेब में है. किसे बचाने के लिए जेब में छीपा रखे थे. अब उसकी जांच होगी. किसने किसके साथ मिलकर राजनीति षड्यंत्र किया अब वो स्प्ष्ट होगा. भाजपा ने निष्पक्ष जांच की कोशिश हर प्रकार से की. आयोग बना कर जांच किया. भूपेश बघेल जेब में कहते रहे न वो आयोग में प्रस्तुत हुआ न कोई जांच हुई. वो सच बाहर आएगा ऐसी उम्मीद करते हैं.
ऑपरेशन लोटस पर साव ने कहा, कांग्रेस डरी हुई है. जो हरकत कर रही है उससे स्प्ष्ट है कि ये जनता से डरे हुए हैं. जनता का सामना नहीं कर पा रहे हैं. हर वर्ग को ठगने धोखा देने का काम इन्होंने किया. प्रदेश के हित में कोई काम नहीं किया. जनता का मत EVM में कैद है. सत्ता इनकी जाने वाली है.
भितरघात को लेकर अरुण साव ने कहा, ये हमारा विचाराधीन है. जैसे ही रिपोर्ट आएगी कार्यवाही की जाएगी. अनुशासन हीनता बर्दास्त नहीं किया जाएगा. कुछ शिकायते आई है, जिस पर विचार करके निर्णय लेंगे.