महाराष्ट्र में सरकार को गिराने में लगी थी भाजपा, CM भूपेश बघेल बोले- यह प्रजातंत्र के लिए उचित नहीं

महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार के सीएम उद्धव ठाकरे के इस्तीफे और सियासी उलटफेर पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि हम लोग पहले से आशंका व्यक्त कर रहे थे कि भाजपा विपक्ष की सरकारों को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। भाजपा के लोग साम, दाम, दंड, भेद से सरकार गिराने में लगे रहे। शिवसेना के विधायक बागी हुए थे। उसके कारण मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पड़ा। भाजपा का असली चेहरा अब सामने आया है। उन्होंने क्या खेल खेला, उसका असर क्या हुआ, रिजल्ट क्या आया। महाराष्ट्र की घटना प्रजातंत्र के लिए उचित नहीं है।

सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि अगर सरकार से कोई विधायक नाराज हो, कोई गुट नाराज हो और उसके बाद कोई बदलाव हो तो समझ में आता है, लेकिन यहां उद्देश्य सिर्फ सरकार को गिराना था। महाराष्ट्र में सरकार को गिराने के उद्देश्य से घेराबंदी की गई। बाड़ेबंदी की गई। विधायकों की खरीद-फरोख्त भी किए होंगे। महाराष्ट्र के बागी विधायक पहले गुजरात गए फिर असम चले गए। भाजपा तोड़फोड़ में ही लगी रहती है। इससे पहले चाहे राजस्थान की बात हो, मध्य प्रदेश की बात हो, गोवा की बात हो, कर्नाटक की बात हो, चाहे नार्थ-ईस्ट में हो या अब महाराष्ट्र में। महाराष्ट्र में तो लगातार ये लोग कर ही रहे थे। सब उसके मंत्री, विधायक को गली कूचे में घूम-घूमकर धरपकड़ कर रहे थे। यह लोकतंत्र के लिए उचित नहीं है।

अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए
सीएम भूपेश बघेल ने राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की हत्या पर कहा कि ऐसी घटना की जितना निंदा की जाए कम है। ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। धार्मिक उन्माद में ऐसी घटना करे, उसे कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार को इसमें लगा कि कुछ और संगठनों और विदेशियों का हाथ हो सकता है। जैसे ही इनपुट मिला राज्य सरकार ने तुरंत भारत सरकार को पत्र लिखकर एनआईए को जांच के लिए सुपुर्द किया है। अब यह जांच का विषय है, लेकिन अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।

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