नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के रुझान आने के बाद दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों ने इसे ‘भाजपा के लिए शाप’ करार दिया। एक प्रदर्शनकारी पहलवान ने नाम न छापने की शर्त पर आईएएनएस से बात करते कहा कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को अपने अहंकार को अलग रखते हुए लोगों और उनकी चिंताओं को सुनना चाहिए, अन्यथा वे हारते रहेंगे।
उन्होंने कहा, मौजूदा सरकार का रवैया देश के लिए अच्छा नहीं है। हमने देखा है कि पिछली सरकारों के साथ क्या हुआ। वे ओलंपिक पदक विजेताओं को कैसे नजरअंदाज कर सकते हैं? इससे पहले कि वे अन्य राज्यों में चुनाव हारें, भाजपा सरकार को सोचना चाहिए, अगले साल और अहम चुनाव आने वाला है। कर्नाटक का परिणाम भाजपा के लिए महिला पहलवानों का शाप है।
एक अन्य पहलवान ने आरोप लगाया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह इस तरह के जघन्य अपराध के बावजूद खुलेआम घूम रहे हैं, इसका कारण राजनीतिक संबंध और वोट बैंक है। दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बृज भूषण और महासंघ के सहायक सचिव विनोद तोमर से पूछताछ की। इस पर, पहलवान ने कहा कि देरी की रणनीति उनके राजनीतिक संबंधों के कारण है। पहलवान ने जोर देकर कहा, हम सभी जानते हैं कि क्या हो रहा है और कौन उसे बचा रहा है! उसके पास एक मजबूत राजनीतिक संबंध है और एक वोट बैंक भी है, जिसके कारण उसे वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। ओलंपिक पदक विजेता यहां बैठे हैं और भारत सरकार को परवाह नहीं। हम तब तक लड़ते रहेंगे जब तक कि उन्हें गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता।
शीर्ष पहलवान साक्षी मलिक और विनेश फोगाट के साथ बजरंग पुनिया महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न और शोषण का आरोप लगाते हुए बृज भूषण की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नई दिल्ली में पिछले कई दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।