शासकीय जिला चिकित्सालय,मेडिकल कॉलेज हॉस्पीटल सहित संस्कारधानी में 5 ब्लड बैंक
जिला चिकित्सालय में कंपोनेंट मशीन नहीं होने से दिक्कत
राजनांदगांव(दैनिक पहुना)। संस्कारधानी में जिले के 70 से अधिक संस्थाओं ने कुछ ही वर्षों में रक्तदान के प्रति जागरूकता की मिसााल पेश कर बहुत से जरूरतमंद मरीजों की जान बचाने का पुण्य किया हैं। इनकी अनवरत सेवा से यहां के रक्तकोषों में रक्त की उपलब्धता समय समय पर होती रही है। शासकीय जिला चिकित्सालय से मिली जानकारी के अनुसारआज वहां 70 से अधिक सामाजिक संस्थायें रक्तदान शिविरों के माध्यम से और आकस्मिक रूप से रक्तदान कर व्यक्ति,समाज व राष्ट्र की सेवा में अपनी अहं भागीदारी निभाई है। जिला चिकित्सालय में ऐसी 70 संस्थाओं का उल्लेख फलक या बोर्ड में उन संस्था प्रमुखों के नाम व मोबाइल नं. के साथ किया गया गया है। साथ ही विभिन्न
वर्षों में जिला अस्पताल में कितनी यूनिट रक्त रक्तदाताओं के व्यक्तिगत या संस्थागत सहयोग से एकत्र की जा सकी इसका भी उल्लेख है। ऐसा करने से जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्त का जुगाड़ करने में उनके परिजनों को सहूलियत हो रही है।
जिला चिकित्सालय में कंपोनेंट मशीन नहीं होने से दिक्कत
शासकीय मेडिकल कॉलेज अस्पताल तक को रक्त सहयोग करने के बावजूद तथा इतनी सारी संस्थाओं से रक्तदान सहयोग मिलने के बावजूद शासकीय जिला चिकित्सालय में कंपोनेंट मशीन का अभाव खटकता है। जिला चिकित्सालय केब्लड बैंक से मिली जानकारी के अनुसार 13 अक्टूबर की स्थिति में जिला चिकित्सालय में 124 बोतल रक्त उपलब्ध है जो पर्याप्त कहा जा सकता है। उनमें ए नेगेटिव,बी नेगेटिव और ए बी नेगेटिव जैसे दुर्लभ ब्लड गु्रप भी हैं। बताया गया है कि सिकलिन व थैलेसिमिया के मरीजों,गर्भवती तथा नवजात शिशु को निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराये जा रहे हैं,जबकि शेष के लिये एक्सचेंज पर दिये जाने का प्रावधान है। ब्लड बैंक काउंसलर जगदीश सोनी ने बताया कि 70 से 80 लाख की कंपोनेंट मशीन के लिये बजट आ गया है। इस मशीन को जिला चिकित्सालय में लग जाने के बाद प्लेटलेट,एफ एफ पी और डब्ल्यू बी जांच को लेकर आ रही दिक्कतें नहीं आयंेगीं। हालांकि मेडिकनल कॉलेज हॉस्पीटल पेंड्री में नया कंपोनेंट मशीन चालू हो गया है। डेंगू मरीजों के ब्लड में प्लेटलेट जांच के लिये,जलने के मामले में एफ एफ पी जांच के अलावा पेक्सेल या आर बी सी जांच तथा ब्ल्ड चढ़ाने डब्ल्यू बी या होल ब्लड टेस्ट जरूरी होता हैं।