Kumari Selja: हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Elections) में कांग्रेस ( Congress) से मनमुटाव और बीजेपी ज्वाइन करने की खबरों के बीच कुमारी सैलजा की पहली प्रतिक्रिया आ गई है। BJP में आने की संभावनाओं को सिरे से खारिज करते हुए कांग्रेस नेत्री ने कहा कि मेरे पिताजी कांग्रेस के तिरंगे में लिपटकर गए थे। वैसे ही शैलजा भी कांग्रेस के तिरंगे में लिपटकर जाउंगी। मेरी रगों में कांग्रेस का खून बह रहा है। सैलजा ने कहा है कि मुझे टिकट नहीं देना पार्टी का फैसला है, कांग्रेस से नाराजगी नहीं है।
दरअसल, सैलजा की नाराजगी की खबरों के बीच केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने उन्हें बीजेपी में शामिल होने का ऑफर दिया था। इसके बाद सैलजा ने तीखी प्रतिक्रिया दी।
सैलजा ने न्यूज चैनल आज तक से बातचीत में कहा किबीजेपी के नेता जो टिप्पणी कर रहे हैं, वो नसीहत न दें। हमारा राजनीतिक करियर उनसे लंबा है। बीजेपी के लोग भ्रम फैला रहे हैं कि सैलजा कांग्रेस छोड़ेंगी। कुमारी सैलजा कभी पार्टी नहीं छोड़ सकती है, कुमारी सैलजा की रगों में कांग्रेस का खून है। कुमारी सैलजा के पिता भी कांग्रेस के झंडे में लिपट कर गए, मैं भी झंडे में ही लिपककर जाऊंगी।
ये लड़ाई सिर्फ हमारी नहीं- कुमारी सैलजा
कांग्रेस की वरिष्ठ नेता ने कहा, ”कुमारी सैलजा के लिए अपनी लड़ाई नहीं है, कमजोर वर्ग की लड़ाई है। हमारी लड़ाई 36 बिरादरी की लड़ाई है। राजनीति में संघर्ष अपने, साथियों और विचारों के लिए होता है। उन्होंने नाराजगी पर कहा कि कुछ अंदरूनी बातें हो जाती हैं। कांग्रेस से नाराजगी नहीं है. कुमारी सैलजा ने विधानसभा चुनाव में प्रचार से दूर रहने पर कहा कि वो अब कैंपेन के लिए निकलेंगी।
उन्होंने आगे कहा, ‘शैलजा कभी ना हताश होती है, ना निराश होती है। मैंने बहुत से मुकाम देखे हैं.भाजपा के पास और कोई मुद्दा नहीं है। असलियत कांग्रेस नेतृत्व को पता है, कांग्रेस वर्कर्स को पता है और मुझे पता है। भाजपा अपना घर देखे, भाजपा का डिक्लाइन शुरू हो गया है, नेशनल लेवल पर..’
मल्लिकार्जुन खरगे से हुई कुमारी सैलजा की मुलाकात
कुमारी सैलजा का ये बयान ऐसे समय में आया है जब रविवार (22 सितंबर) को कुमारी सैलजा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से मुलाकत की थी। बैठक में सैलजा की सारी शिकायतें सुनी गईं और उन्हें सुलझाने का भरोसा दिया था। सूत्रों ने बताया कि कुमारी सैलजा से संबंधित विवाद जल्द सुलझा लिया जाएगा। बीजेपी बेवजह तूल देने की कोशिश कर रही है।
हरियाणा में 5 अक्टूबर को मतदान और 8 को मतगणना
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव 5 अक्टूबर को होगा। वहीं, मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। वहीं मतगणना 8 अक्टूबर को होगी। इससे पहले यह तारीख 1 और 4 अक्टूबर थी लेकिन चुनाव आयोग ने इसमें बदलाव किया है। आयोग ने इसके पीछे की वजह बताते हुए सफाई दी कि बिश्नोई समुदाय के मताधिकार और परंपराओं दोनों का सम्मान करने के लिए यह फैसला लिया गया है। बिश्नोई समाज ने आसोज अमावस्या उत्सव में भाग लेने की सदियों पुरानी प्रथा को कायम रखा है। ये उस दिन अपने गुरु जम्बेश्वर की स्मृति में उत्सव मनाते हैं।