राजनांदगांव। महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने देश के बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस बजट से किसानों सहित मध्यम एवं गरीब वर्ग के लोगों को कोई राहत नहीं दिया गया है। 9.27 प्रतिशत विकास दर का आर्थिक सर्वेक्षण आया है, जो देश को पिछड़ा बनाता है और ऐसा देश अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महमारी के कारण लाखां लोग बेरोजगार हो गये हैं उसकी चिंता नहीं की गई। महंगाई कम करने जमीनी स्तर पर सुदृढ़ बनाने नजर अंदाज किया गया। आनलाईन योजना के माध्यम से लोगों को ठगा जा रहा है।
महापौर श्रीमती देशमुख ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की बात करने वाली केंद्रीय सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही, स्वास्थ्य चिकित्सा की कमजोरियों को दबाने का प्रयास किया गया। टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया जबकि वैश्विक महामारी कोरोना से जूझ रहे अर्थव्यवस्था को राहत देने कोई कदम ठोस नहीं उठाए गए। गृहणियों को निराशा हाथ लगी है। अमीरों को फायदा पहुंचाने वाला बजट है। निराशावादी बजट में पिछड़ा वर्ग अनुसूचित जाति जनजाति के लिए कोई विशेष लाभ नहीं दिया गया है।