उदयपुर. भारतीय सेना ने इतिहास रचते हुए पहली बार विश्व के सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर में महिला अफसर की तैनाती की है. यह इतिहास रचने वाली कोई और नहीं बल्कि राजस्थान के उदयपुर की बेटी कैप्टन शिवा चौहान (shiva chauhan Siachen) है. इंडियन आर्मी के फायर एंड फुरी कॉप्र्स की महिला अधिकारी कैप्टन शिवा चौहान 15,632 फीट की ऊंचाई पर बर्फ से ढके सियाचीन ग्लेशियर में मौजूद कुमार पोस्ट पर तैनात होकर देश की रक्षा कर रही है. भारतीय सेना ने पहली बार किसी महिला अधिकारी को इस खतरनाक पोस्ट पर तैनात किया है. कैप्टन शिवा ने इस जगह की तैनाती से पहले कठिन ट्रेनिंग पूरी की है.
रक्षा मंत्री ने दी बधाई
राजस्थान के उदयपुर की मूल निवासी शिवा को भारतीय सेना ने जब सबसे ऊंचे युद्ध क्षेत्र में तैनात होने की घोषणा की तो राजस्थान ही नहीं, समूचा देश उनके संघर्ष की गाथा सुनकर हैरान रह गया. शिवा के नेतृत्व वाली सेना इंजीनियरिंग कोर (सेपर्स) की टीम तैनाती के दौरान कई अहम इंजीनियरिंग टास्क पूरा करेगी. यहां कम से कम तीन महीनों तक महिला अधिकारी तैनात रहेगी. भारतीय सेना की घोषणा के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शिवा को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी है.
बचपन से जाना चाहती थी सेना में
कैप्टन शिवा के परिजनों ने बताया कि बचपन में ही उसने पिता को खो दिया था. गृहिणी मां ने उसे पढ़ाकर सिविल इंजीनियर बनाया. पढ़ाई के साथ-साथ विपरीत परिस्थितियों का सामना करते हुए शिवा ने सेना में जाने की तैयारी जारी रखी. इस दौरान मां और परिवार की पूरी मदद मिली और आखिरकार चेन्नई स्थिति ओटीएस से ट्रेनिंग लेकर सेना की इंजीनियरिंग रेजिमेंट में मई 2021 में कमिशन हासिल किया. अभी वे बंगाल सैपर्स यूनिट से जुड़ी है. अपनी बेटी की इस उपलब्धि पर मां और उनका परिवार गदगद है