यूक्रेन में कार ब्लास्ट, क्या शुरू हो चुका है रूस का ‘फॉल्स फ्लैग’ ऑपरेशन?

कीव: रूस (Russia) को लेकर अमेरिकी आशंका सही साबित होती नजर आ रही है. पूर्वी यूक्रेन (Ukraine) में रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले शहर डोनेट्स्क में एक विस्फोट हुआ है. माना जा रहा है कि यह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ‘फॉल्स फ्लैग’ (False Flag) अभियान की शुरुआत है, जिसकी अटकलें लंबे समय से लगाई जा रही हैं. डोनेट्स्क के मुख्यालय के पास शुक्रवार देर रात एक कार बम ब्लास्ट हुआ, जिसमें एक जीप पूरी तरह से तबाह हो गई. ये जीप क्षेत्रीय सुरक्षा के प्रमुख डेनिस सिनेंकोव की बताई जा रही है.

इस बहाने से हमला कर सकेगा रूस

‘डेली मेल’ की खबर के अनुसार, रूस की सरकारी मीडिया (Russian Media) ने सबसे पहले इस धमाके की जानकारी दी और तस्वीर जारी की. यदि फॉल्स फ्लैग ऑपरेशन को लेकर पश्चिमी देशों की चेतावनी सच साबित होती है, तो इसका सीधा मतलब है कि व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की सेना ने खुद कार को बम से उड़ाया ताकि यह दावा किया जा सके कि यूक्रेन का पूर्वी क्षेत्र और यहां रहने वाले रूसी नागरिक खतरे में हैं. इस ‘खतरे’ को बहाना बनाकर रूसी सैनिक और टैंक सीमा पार करते हुए यूक्रेन पर हमला कर सकेंगे.

Ukraine ने खारिज किया आरोप

अलगाववादी नेताओं ने आरोप लगाया कि यूक्रेन की सरकार हमले की योजना बना रही है. वहीं यूक्रेन ने इन आरोपों को खारिज किया है. साथ ही उसने शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अलगाववादियों के कब्जे वाले पूर्वी यूक्रेन के इलाकों में रूस की उकसावे की कार्रवाई की निंदा करने की अपील की. यूक्रेन ने कहा कि अगर ऐसा नहीं किया गया तो रूस इस स्थिति को और बिगाड़ देगा. बता दें कि पूर्वी यूक्रेन के दोनों क्षेत्रों, जिस पर रूस समर्थित अलगाववादियों का कब्जा है, में लाखों की आबादी रहती है. इनमें ज्यादातर लोग रूसी भाषी हैं.

क्या होता है फॉल्स फ्लैग अभियान?

फॉल्स फ्लैग अभियान किसी देश पर जबरन आक्रमण का हिस्सा है. इससे तहत कोई सरकार अपने ही इलाके पर पहले खुद से हमला करवाती है, फिर इसका इल्जाम अपने विरोधी देश पर डालकर जवाबी कार्रवाई के बहाने उसपर हमला कर देती है. रूस और यूक्रेन के बीच लगातार बढ़ रहे विवाद को ध्यान में रखते हुए कई पश्चिमी देशों ने आशंका जताई है कि रूस ऐसा कर सकता है.

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