दिल्ली। चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश में स्थानों का नाम बदलने पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि लगातार अतिक्रमण हो रहा है, जगहों का नाम बदला जा रहा है। इससे पहले राहुल गांधी भी इस मुद्दे को उठा चुके हैं। सरकार को सीमा के मामले में चुप नहीं रहना चाहिए।
बता दें कि चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों का नाम बदलने पर विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह पहली बार नहीं है, जब उसने ऐसा प्रयास किया है। भारत इसे सिरे से खारिज करता है। मंत्रालय ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य अंग है। नाम बदलने से इस वास्तविकता को बदला नहीं जा सकेगा।
दरअसल, चीन के नागरिक मामलों के मंत्रालय ने रविवार को अरुणाचल प्रदेश के 11 स्थानों का चीनी, तिब्बती और पिनइन लिपि में नामों का सेट जारी किया है, जिसमें दो भू-भागों के नाम, दो आवासीय क्षेत्रों के नाम, पांच पर्वतीय क्षेत्रों के नाम और दो नदियों के नाम शामिल हैं। चीन सरकार की प्रांतीय परिषद ने तिब्बत के दक्षिणी हिस्से को जंगनन का नाम दिया है। चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स ने यह जानकारी दी।