रायपुर। राजस्थान के उदयपुर जिले में हुई कन्हैयालाल हत्याकांड के विरोध छत्तीसगढ़ बंद का व्यापक असर देखने को मिला। सुबह से शहर के सभी बाजार पूरी तरह से बंद रहे। केवल दवा दुकाने, व डेयरी समेत आवश्यक सेवाएं खुली रही। बंद को लोगों ने स्वस्फूर्त समर्थन दिया। लोगों ने शुक्रवार को हिंदू संगठनों के बंद की अपील को लेकर नगर में एनाउंस भी किया था। जिसका पालन करते हुए लोग अपनी दुकाने, होटल व व्यवसाय बंद रखे। इस दौरान सुरक्षा व शांति व्यवस्था के लिए जगह-जगह पुलिस बल को तैनात किया गया था। चौक-चौराहों पर पुलिस बल के जवान खड़े रहे। वहीं पुलिस पेट्रोलिंग की टीम नगर में गश्त कर सुरक्षा व्यवस्था व बंद का जायजा लेती रही। शहर बंद होने से लोगों को जरुरत के सामानों की खरीददारी के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ा। बंद से सबसे ज्यादा परेशान बाहर से आए यात्रियों को हुआ। जिन्हें चाय-नाश्ते के लिए भटकना पड़ा। वहीं बस सेवाएं भी बंद रहने से उन्हें बस स्टैंड में ही बैठकर वक्त गुजारना पड़ा। छत्तीसगढ़ बंद को निजी शैक्षणिक संस्थानों ने भी समर्थन दिया। उन्होंने भी शुक्रवार की देर शाम बच्चों के अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज कर शनिवार को स्कूल बंद होने की सूचना दे दी थी। इस कारण अभिभावक भी अपने बच्चों को स्कूल न भेजने के लिए निश्चिंत रहे। राजस्थान के उदयपुर में हुई घटना को लेकर विश्व हिन्दू परिषद ने भारत बंद का आह्वान किया था। जिसका शहर और उपनगरीय क्षेत्रों में व्यापक असर देखने को मिल रहा। बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद जिला इकाई के सदस्य सुबह से दुकानें बंद करने की आग्रह के लिए निकल पड़े। वहीं नगर के अधिकांश व्यवसायी स्वस्फूर्त दुकान बंद कर विश्व हिंदू परिषद की अपील में उन्हें सहयोग दिया। नगर में जगह-जगह पु लिस बल को तैनात किया गया था। ताकि किसी तरह की कोई विवाद की स्थिति न बने।