मैहर। छत्तीसगढ़ के CRPF कैंप में गोलीबारी से मृत रुपेश पटेल को शहीद का दर्जा देने की मांग को लेकर ग्रामीणों के साथ परिजनों ने हाइवे पर चक्का जाम कर दिया है। परिजनों ने शहीद का दर्जा नहीं मिलने तक शव लेने से भी इंकार कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समझाइश में लगे हुए हैं। समाचार के लिखे जाने तक लोग सड़क पर ही बैठे हुए हैं। मामला शांत नहीं हुआ है।
जानकारी के अनुसार मृतक जवान मध्यप्रदेश के सतना जिले के मैहर के पोड़ी गांव का निवासी था। छत्तीसगढ़ में सीआरपीएफ कैंप में जवान द्वारा गोलीबारी में मारे गए रुपेश पटेल को शहीद का दर्जा न मिलने से नाराज ग्रामीणों ने नेशनल हाईवे 30 पर चक्का जाम कर दिया है। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक शहीद का दर्जा नहीं दिया जाता तो तब तक जवान के शव को नहीं लेंगे और ना ही उनका अंतिम संस्कार करेंगे। ग्रामीणों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल और गृहमंत्री के नाम पत्र भी भेजा है। आज दोपहर जवान का पार्थिव शरीर मैहर पहुंचने पर हाइवे पर शव रखकर परिजन व ग्रामीण हंगामा कर रहे है। शव वाहन को हाइवे पर ही रोक दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी समझाइश दे रहे है। आर्मी जवान के वाहनों को भी भीड़ ने रोक दिया है।