नई दिल्ली। स्वच्छता सर्वेक्षण में छत्तीसगढ़ राज्य ने बेहतर प्रदर्शन किया है। राज्य को लगातार तीसरी बार सबसे स्वच्छ राज्य का दर्जा मिला है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को स्वच्छता अवॉर्ड का पुरस्कार देकर सम्मानित किया। स्वच्छता अवॉर्ड कार्यक्रम दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित हुआ। इस दौरान मंत्री शिव डहरिया , सौमिल चौबे भी मौजूद रहे रहे। यही नहीं बल्कि छत्तीसगढ़ के 61 निकायों को भी स्वछता के लिए सम्मान दिया गया है।
सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर प्रदेशवासियों को बधाई दी है। सीएम ने ट्वीट कर लिखा- “बात है अभिमान की! आप सबको बधाई, छत्तीसगढ़ को स्वच्छ अमृत महोत्सव कार्यक्रम में सबसे स्वच्छ राज्य श्रेणी में आज पुरस्कृत किया गया है. आज नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी के हाथों यह अवार्ड ग्रहण किया.”
छत्तीसगढ़ देश का ऐसा एक मात्र प्रदेश है जहां पर नरवा, गरूवा, घुरवा एवं बाड़ी के सिद्धांतों के अनुरूप 9000 से अधिक स्वच्छता दीदियों द्वारा घर-घर से 1600 टन गीला एवं सूखा कचरा एकत्रीकरण करते हुए वैज्ञानिक रीति से कचरे का निपटान किया जा रहा है। इसके अलावा भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ को देश का प्रथम ओडीएफ़ प्लस प्लस राज्य घोषित किया गया है।
वहीं इस मौके पर प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने कहा कि इसका श्रेय राज्य की जनता विशेष रूप से महिलाओं को जाता है। जिन्होंने शहरों से लेकर गांवों तक स्वच्छता की एक नयी संस्कृति का निर्माण किया है।बता दें कि साल 2019 और 2020 में भी स्वच्छता के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी राज्य रहा है। इसके अलावा छत्तीसगढ़ को देश का पहला ओडीएफ प्लस राज्य घोषित किया गया है।