रायपुर। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के कल होने वाले बस्तर दौरे से पहले छत्तीसगढ़ का सियासी माहौल गरमा गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार करते हुए पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कि हमारी पार्टी में क्या होता है और क्या नहीं होता है, सीएम को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है। पूर्व मंत्री ने यहां तक कह दिया कि 2023 भाजपा की सरकार आती है तो महज अधिकारी ही नहीं अपितु राडार में सरकार के मंत्री, मुख्यमंत्री भी है। साथ ही चेतावनी भरे अंदाज में यह भी कहा कि ऐसे अधिकारी भी हैं जिनको जीवन में 35 साल सर्विस करना है। कहीं ना कहीं वह गलत काम कर अपने भविष्य को खराब कर रहे हैं।
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री को अपने मंत्रियों का ध्यान देना चाहिए। उनके 13 मंत्रियों में एक भी मंत्री उनसे खुश नहीं है। एक भी मंत्री की बात अधिकारी सुनते नहीं है। उनके अनुसार काम नहीं होता है। वहीं मोदी जी की सरकार को देखिए, पूरे देश में उसका नाम हो रहा है। हाथियों द्वारा लगातार उत्पात मचाए जाने पर बृजमोहन ने कहा कि प्रदेश का वन विभाग है भ्रष्टाचार का अड्डा बन चुका है। जितने मद हैं वह अधिकारियों की पॉकेट मनी बन चुकी है। कैंपा मद में 5 हजार करोड़ रुपए आए हैं। एलीफेंट कॉरिडोर क्यों नहीं बन रहा है। हाथी और मानव द्वंद में हमें हाथियों की भी रक्षा करना है। मानव की भी रक्षा करना है। राज्यपाल को भेजे गए नोटिस को हाईकोर्ट की तरफ से वापस लेने पर पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हाईकोर्ट में मिसअंडरस्टैंडिंग के कारण नोटिस जारी कर दिया। संवैधानिक संस्थाओं में आपसी विवाद उत्पन्न नहीं हो इस दृष्टि से हाईकोर्ट ने अपना नोटिस वापस लिया है। यह हमारे संविधान की रक्षा करेगा।