बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक 12 साल के बच्चे द्वारा मोबाइल में अश्लील वीडियो देखने के बाद 5 साल की बच्ची से रेप की कोशिश और मर्डर करने का मामला सामना आया है। इस घटना ने बच्चों द्वारा किए जा रहे मोबाइल के इस्तेमाल पर सोचने पर मजबूर कर दिया है। घटना के बाद नईदुनिया ने मनौवैज्ञानिक से इस पर बात की।
बिलासपुर जिला अस्पताल में पदस्थ मनोवैज्ञानिक डॉ. गामिनी वर्मा ने बताया कि मोबाइल से जहां बच्चे देश और दुनिया की जानकारी लेकर अपने करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। वहीं, इसके गंभीर परिणाम भी सामने आ रहे हैं।
घातक कंटेंट के कारण ही हत्या जैसी घटना
सोमवार को नाबालिग की हत्या के मामले में भी कहीं मोबाइल भी एक कारण बनकर सामने आया है। पोर्न वीडियो और मोबाइल के घातक कंटेंट के कारण ही बच्चे ने हत्या जैसी घटना को अंजाम दिया। अभिभावक इस ओर ध्यान देते तो स्थिति संभाली जा सकती थी।
बच्चों के मोबाइल देखने पर ध्यान रखें
डॉ. वर्मा ने बताया कि मोबाइल के दुष्परिणाम से बचने के लिए अभिभावकों को सतर्क और सजग होना पड़ेगा। साथ ही बच्चे मोबाइल पर क्या देखते हैं इस ओर भी ध्यान देना होगा। इसके अलावा अपने बच्चों को समय देने के साथ ही उनकी समस्याओं को समझाने की कोशिश करनी होगी।