रायपुर। प्रदेश में चिटफंड कंपनियों से ठगे गए लोगों को राशि लौटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि राजनांदगांव, दुर्ग, बेमेतरा, बिलासपुर, सूरजपुर, जशपुर, बिलासपुर और जांजगीर-चांपा के 17 हजार से अधिक निवेशकों के खाते में 11 करोड़ रुपये डाले भी जा चुके है।
हालांकि राशि वापसी के लिए रायपुर जिले के निवेशकों को पैसे मिलने का इंतजार बना हुआ है। बताया जा रहा है कि जिला प्रशासन द्वारा निवेशकों को राशि लौटाने की सारी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली गई हैं और शासन के पास प्रस्ताव भेजा गया है।
देवयानी चिटफंड कंपनी के 13,200 निवेशकों को जल्द मिलेगा पैसा
अधिकारियों के अनुसार देवयानी चिटफंड कंपनी के 13,200 निवेशकों को जल्द ही पैसे मिलेंगे। जिला प्रशासन के पास देवयानी चिटफंड कंपनी की प्रापर्टी नीलामी से ही चार करोड़ 14 लाख से अधिक राशि जमा है। साथ ही एक अन्य कंपनी की संपत्ति नीलामी से मिली राशि मिलाकर करीब साढ़े पांच करोड़ की राशि जमा है। बताया जा रहा है कि निवेशकों को करीब 20 फीसद राशि मिलेगी।
चिटफंड कंपनियों के सदस्य भी आएंगे घेरे में
अधिकारियों का कहना है कि आने वाले दिनों में चिटफंड कंपनियों से जुड़े सदस्य भी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं। इन कंपनियों की प्रापर्टी नीलामी के बाद काफी कम राशि मिली है।
14 निदेशक हो चुके गिरफ्तार
जानकारी के अनुसार रायपुर जिले में अभी तक चिटफंड कंपनियों के 14 निदेशक गिरफ्तार हो चुके हैं। साथ ही जिला प्रशासन ने 17 कंपनियों की संपत्तियों की पहचान भी कर ली है। रायपुर जिले में करीब दो लाख 39 हजार निवेशकों के आवेदन आए हुए हैं।
इन क्षेत्रों में अब तक इतनी रकम हुई वापस
जिला लौटाई गई राशि निवेशक
राजनांदगांव 10.76 करोड़ 16893
बिलासपुर 24.20 लाख 474
दुर्ग 16.04 लाख 01
बेमेतरा 2.22 लाख 05
सूरजपुर 1.24 लाख 12
जशपुर 1.68 लाख 09
जांजगीर-चांपा 95 हजार 07