दुर्ग। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय राजयोग भवन द्वारा रामनगर स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मुक्तिधाम स्कूल में प्रारम्भ “तनाव मुक्ति शिविर” के दूसरे दिन बिलासपुर से पधारी वरिष्ठ राजयोग शिक्षिका तथा छत्तीसगढ़ शासन द्वारा स्थापित योग आयोग की प्रथम महिला सदस्य ब्रह्माकुमारी मंजू दीदी ने बताया की क्रोध के हाई टेंपरेचर से ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है इसलिए छोटी-छोटी बातों में तनाव एवं क्रोध से बचे.
जीवन में परिस्थितियां तो आयेंगी ही हमें उन परिस्थितियों से लड़ने के लिए अपनी आंतरिक शक्ति बढ़ानी है, परमात्मा शक्तियों का स्त्रोत है पवित्रता सुख शांति का सागर है | उनसे जुड़ना ही राजयोग है | सभी बीमारियों का कारण मानसिक तनाव है. क्रोध हमारा स्वभाव नहीं है, हमारा वास्तविक स्वभाव शांति ,प्रेम है.
बहुत पाने के चक्कर में जीवन की बहुत भागदौड़ में थक जाते हैं, जिससे टेंशन, हाई ब्लड प्रेशर, डिप्रेशन नींद नहीं आती है, जिसके कारण नींद की गोलियां खाते हैं, स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है. डॉक्टर भी दवा के साथ मेडिटेशन और सकारात्मक जीवन शैली अपनाने की सलाह देते हैं. सोने से पहले स्वमान का अभ्यास करें, विश्व का पालनहार जगत नियंता, सर्वशक्तिमान परमात्मा हमारे साथ है| मैं प्रेम स्वरूप,शांत स्वरूप हूं| मुझे खुश, शक्तिशाली रहकर हर कार्य करना है. पॉजिटिव थॉट्स और राजयोग मेडिटेशन हमें शक्ति प्रदान करते हैं.