ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने कहा, ‘हयात तहरीर अल-शाम तुर्की की सहमति के बिना क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकता था.’ आपको बता दें कि 2011 के बाद से, सीरिया के युद्ध ने लगभग पांच लाख लोगों की जान ली है और देश की युद्ध पूर्व आबादी के आधे से अधिक को उनके घरों से खदेड़ दिया गया है. इस युद्ध में टर्की के साथ रूस और ईरान भी किसी न किसी रूप से शामिल रहे हैं.
बेरूत. तुर्की के कब्जे वाले उत्तरी सीरिया में एक सप्ताह से अधिक समय से चल रही झड़प में 58 लोग मारे गए हैं. न्यूज़ एजेंसी AP ने सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स के हवाले से बताया कि 8 अक्टूबर से तुर्की की सीमा के पास एक स्थित एक अस्थिर क्षेत्र में हुई झड़प में 48 विद्रोही लड़ाके और 10 नागरिक मारे गए. आगे रिपोर्ट में कहा गया कि मारे गए 48 लड़ाकों में से 28 हयात तहरीर अल-शाम गठबंधन (एचटीएस) के थे, जिसका नेतृत्व अल-कायदा के पूर्व सीरिया सहयोगी द्वारा किया जाता है.
अलेप्पो प्रांत में फैली हिंसा
राष्ट्रपति बशर अल-असद का विरोध करने वाले दर्जनों विद्रोही समूह उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी सीरिया के उन क्षेत्रों तक सीमित हैं जो एक दशक से अधिक चल रहे युद्ध के बाद भी सरकारी नियंत्रण से बाहर हैं. नवीनतम लड़ाई इस महीने अलेप्पो प्रांत के अल-बाब शहर में दो प्रतिद्वंद्वी तुर्की समर्थक विद्रोही समूहों के बीच शुरू हुई, जो धीरे धीरे अन्य क्षेत्रों में फैल गई और एचटीएस सहित अन्य गुटों में शामिल हो गई. एचटीएस को व्यापक रूप से विद्रोही गुटों के सबसे मजबूत और सबसे अच्छे संगठन के रूप में देखा जाता है जो सीरिया के अंतिम प्रमुख विपक्षी गढ़ इदलिब क्षेत्र पर हावी है.
तुर्की का हाथ
ऑब्जर्वेटरी के प्रमुख रामी अब्दुल रहमान ने कहा, ‘हयात तहरीर अल-शाम तुर्की की सहमति के बिना क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर सकता था.’ आपको बता दें कि 2011 के बाद से, सीरिया के युद्ध ने लगभग पांच लाख लोगों की जान ली है और देश की युद्ध पूर्व आबादी के आधे से अधिक को उनके घरों से खदेड़ दिया गया है. इस युद्ध में तुर्की के साथ रूस और ईरान भी किसी न किसी रूप से शामिल रहे हैं.