गौरतलब है कि पिछले 2 हफ्ते में 510 से अधिक घरेलू और विदेशी फ्लाइटों पर बम रखे जाने की धमकियां मिलीं, जांच में झूठी साबित हुईं, विमानन कंपनियों को परिचालन और आर्थिक नुकसान हुआ. अधिकांश धमकियां सोशल मीडिया पर दी गईं.
नागपुर पुलिस के एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने पता लगाया कि उइके ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), रेल मंत्री, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री, विमानन कंपनियों, पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को ई-मेल भेजे थे.
प्रमुख ने बताया कि जगदीश श्रीराम उइके, जो पिछले कुछ वर्षों से दिल्ली में रह रहा है, ने देश भर में धमकी भरे ई-मेल भेजे, जिसके आधार पर उसकी पहचान अपराधी के रूप में की गई है. केंद्रीय मंत्री को भेजे गए ई-मेल का इंटरनेट प्रोटोकॉल (आईपी) पता, जो गूगल ने साझा किया है, बताता है कि उइके ने भेजा था.
पुलिस ने पता लगाया कि जगदीश श्रीराम उइके ने 21 अक्टूबर को रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक ई-मेल भेजा, जिसमें उसका नाम और पता अर्जुनी मोरगांव था. पुलिस ने पुलिस महानिदेशक और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को भी भेजा.
नागपुर पुलिस आयुक्त रविंदर सिंघल ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जगदीश श्रीराम उइके का पता लगाने के प्रयास जारी हैं. पुलिस का दावा है कि जल्द ही जगदीश श्रीराम उइके को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.