रायपुर। छत्तीसगढ़ में ईडी और आईटी की रेड आम बात हो गई है। एक बार फिर 2 दिनों से छत्तीसगढ़ में राजनेता, अधिकारी और कारोबारियों के यहां ईडी की टीम ने छापा मारा है। इसके पहले भी ईडी की टीम ने अलग-अलग कारोबार से जुड़े लोगों के घर दबिश दी है। इस पर मुख्यमंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा कि ईडी के अधिकारी ज्यादती कर रहे हैं। ईडी के अधिकारियों द्वारा कारोबारियों के साथ मारपीट का आरोप लगाया गया है। ईडी की जद में आए एक कारोबारी के अधिवक्ता ने बताया है कि ईडी के अफसर बयान देने के लिए मजबूर करते हैं, उन्हें पीटते और तरह-तरह की यातनाएं दे रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ईडी पर लगाए जा रहे आरोप पर कहा है कि, वाकई ईडी के अधिकारी ज्यादती कर रहे हैं।
ईडी की टीम ने छापा एक कारोबारी मनीष उपाध्याय के यहां छापा मारा । कारोबारी के वकील पलाश श्रीवास्तव ने बताया है कि, ईडी द्वारा समंस जारी कर उनके क्लाइंट को दफ्तर बुलाया गया, जहां दबाव पूर्वक बयान देने के लिए विवश किया जाने लगा। इनकार करने पर उनके क्लाइंट को 32 घंटे तक बिना ब्रेक के खड़े रखा गया। कोरबा जिले के ताना खार विधानसभा क्षेत्र में भेंट मुलाकात करने आए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से जब पत्रकार ने ईडी पर लगाए जा रहे मारपीट के आरोप बाबत प्रतिक्रिया मांगी, तब बघेल ने बताया कि वाकई ईडी की टीम लोगों को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रही हैं।