कांकेर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने भेंट-मुलाकात अभियान के तहत शुक्रवार को भानुप्रतापपुर विधानसभा के चारामा तहसील अंतर्गत ग्राम गितपहर पहुंचे। यहां सीएम बघेल सबसे पहले ग्राम देवी शीतला माता के मंदिर पहुंचे। जहां उन्हें ग्रामीणों द्वारा पारंपरिक पगड़ी पहनाई गई। जिसके बाद उन्होंने माता की विधि विधान से पूजा अर्चना कर क्षेत्र की शांति एवं समृद्धि की कामना की।
यहां की शीतला माता के संबंध में ग्राम पटेल द्वारिका प्रसाद बताते हैं कि गांव की स्थापना के साथ ही यहां लकड़ी की मूर्ति के रूप में शीतला माता की स्थापना की गई थी। इस गांव में हैजा फैलने के साथ अंगारमोती माता की स्थापना गांव में की गई थी। जिसकी स्थापना के साथ महामारी तो दूर हुई बल्कि अब अंगारमोती माता हमेशा महामारियों से गांव के रक्षा करती हैं।
मुख्यमंत्री ने अंगारमोती माता मंदिर में पहुंच उनकी भी आराधना कर प्रदेश को महामारी उसे बचाने की प्रार्थना की। इसके साथ डोकरा देव, एवं पहारिया डोकरा देव की अच्छी वर्षा की कामना कर पूजा की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मंदिर प्रांगण में नीम के पौधे का रोपण किया। साथ ही महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया एवं उपाध्यक्ष विधानसभा एवं विधायक भानुप्रतापपुर मनोज सिंह मंडावी द्वारा कदम्ब के पौधे का रोपण किया गया।
भेंट-मुलाकात के दौरान किसान संतोष देवेन्द्र ने बताया कि हम 14 एकड़ में खेती कर रहे हैं। 210 क्विंटल धान बेचे हैं। पहली किस्त में 26 हजार मिला है और डेढ़ लाख रुपए का कर्जा माफ़ हुआ है। जबकि किसान महेश निषाद की 4 एकड़ जमीन है, उनका 49 हजार रूपए का कर्ज माफ हुआ। उन्होंने बताया कि मैंने 60 क्विंटल धान बेचे हैं। राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किस्त मिल गयी है। 3 एचपी का पंप लगाया हूं, और अब डबल फसल ले रहा हूं।
इसके साथ हीमुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भानुप्रतापपुर विधानसभा के गितपहर में 5.19 करोड़ की लागत से 83 देवगुड़ियों के जीर्णोद्धार एवं सौंदर्यीकरण कार्य का भूमिपूजन एवं लोकार्पण किया।