रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर सदन में आज चर्चा शुरू हो गई है। विधायक अजय चंद्राकर राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत करते हुए अधिवेशन को लेकर सीएम भूपेश बघेल पर तंज कसा। इस पर अध्यक्ष ने कहा कि आप अभिभाषण की जगह अधिवेशन पर चर्चा कर रहे हैं। अजय चंद्राकर ने कहा कि अधिवेशन में कांग्रेसियों ने सिर्फ 2 लोगों को देखा। एक तो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नजर आए। दूसरा एक ढेबर नजर आया जिसमें कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष यूएन ढेबर की आत्मा घुस गई थी।
स्पीकर ने भी चुटकी लेते हुए कहा कि आप कांग्रेस का इतना अच्छा विवरण दे रहे हैं। कहीं इधर आने का विचार तो नहीं है। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने आगे कहा कि राज्य सरकार मानसिक रूप से दिवालिया है। नरवा-गरवा घुरवा-बारी योजना के लिए कोई बजट नहीं है। हमारी सरकार आई तो इस सरकार के करप्शन की जांच कराएंगे। 17 दिसंबर के बाद सभी को जेल भेजेंगे। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि मछुआरों पर कृषि मंत्री को बहस की चुनौती दी थी। कंगाल सरकार छोटे मछुवारों से भी पैसा ले रही है।
छत्तीसगढ़ में राज्य सरकार ने रामायण मेला कराया। छत्तीसगढ़ के रामायण पढ़ने वाले लोग नहीं थे। दिल्ली से रामायण पढ़ने के लिए लोग लेकर आए थे। भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने यह भी कहा कि बस्तर में बाहरी लोग शादी कर जमीन खरीद रहे हैं। आदिवासियों के साथ यह षड्यंत्र हो रहा है। चंद्राकर ने कहा कि मुख्यमंत्री संस्कृति के स्वयंभू संरक्षक बन गए हैं। चंदखुरी को राम वन गमन परिपथ में शामिल कर दिया। भगवान राम कभी चंदखुरी में नहीं गए। चंदखुरी की खासियत यह है कि सुषेण वैद्य वहां के थे। धनतेरस के दिन चंदखुरी के पेड़ पौधे औषधीय गुणों से परिपूर्ण हो जाते हैं। इससे सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ता। वह कहीं भी भगवान राम की मूर्ति लगा रहे हैं।