सीएम बघेल ने कहा, जवाहरलाल नेहरू बड़े लेखक थे. बहुत सारे पत्र और पुस्तके उन्होंने लिखी. यह हम सबके लिए धरोहर है. आज वर्तमान पीढ़ी को नेहरू जी के पुस्तकों को पढ़ना चाहिए. वे देश की आजादी की लड़ाई में सर्वाधिक लंबे समय तक जेल में रहने वाले हमारे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे.
गरीबों की लड़ाई, अंग्रेजों के खिलाफ जीवनभर संघर्ष करते रहे. देश की आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी के प्रमुख सलाहकार प्रमुख स्तंभ के रूप में पंडित जवाहरलाल नेहरू को जाना जाता है. अगले भारत निर्माता के रूप में उनके योगदान को नहीं भूलाया जा सकता.
सीएम बघेल ने कहा, इस देश में 6 दर्शन है, बहुत सारे देश में कोई दर्शन नहीं है. भारत एक ऐसा देश है जहां आधा दर्जन से अधिक दर्शन है. अनेक पंथ है, अनेक संप्रदाय, जातियां हैं. अनेक लोग हैं, उन सबको सम्मान देना सबको साथ लेकर चलना यही नीति आजादी की लड़ाई के समय रही है. देश की आजादी की लड़ाई में एक तरफ अंग्रेज हैं दूसरी तरफ हिंदू हैं. तीसरी तरफ मुस्लिम और बहुत सारे अल्पसंख्यक हैं. जब तक इन सबको एक लाइन में नहीं लाएंगे तब तक अंग्रेजों से लड़ाई नहीं लड़ी जा सकती. इस काम को गांधीजी, सरदार पटेल, नेहरू, मौलाना अब्दुल आजाद सारे लोग मिलकर सबको जोड़ने का काम किया और उसके बाद अंग्रेज भाग गए.
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, जो सिद्धांत आजादी की लड़ाई के पहले सही था वह आजादी के बाद गलत कैसे हो सकता हैं? जो लोग आज गांधी और नेहरू का विरोध करते हैं वह उस समय भी विरोध करते थे, जिससे देश को नुकसान हुआ. विभिन्न जाति धर्म मैं बैठे हुए हैं तब तक देश को नुकसान हुआ है और जब सब एक सूत्र में आए हैं तब देश उन्नति के शिखर पर पहुंचा है.