रायपुर. छत्तीसगढ़ में नेताओं की फोन हैकिंग पर बड़ी खबर सामने आई है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, मेरा मोबाइल हैक होने की आशंका है. पिछले आठ घंटों से मोबाइल बंद है. चार्ज होने के बाद भी फोन चालू नहीं हुआ है. कुछ तो गड़बड़ है, मोबाइल जांच के लिए भेजूंगा.
बता दें कि कांग्रेस के राहुल गांधी, टीएस सिंहदेव सहित कई विपक्षी नेताओं के फोन में भी थ्रेट अलर्ट आया है, जिसमें ‘राज्य-प्रायोजित’ निगरानी की बात कही गई है. इस पर टीएस सिंहदेव ने कहा कि स्टेट स्पॉन्सर्ड अटैकर्स द्वारा उनके आईफोन को टारगेट किए जाने की संभावना है. उन्होंने चिंता जताते हुए कहा था कि इसमें किसी भी प्रकार की राजनीतिक संलिप्तता है, तो यह भारत के लोकतंत्र और व्यक्ति की निजता का हनन है.
उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने ऐप्पल से प्राप्त ईमेल की तुलना पेगासस जैसे घटना से करते हुए कहा था कि छत्तीसगढ़ में चुनाव के लिए कुछ ही दिन शेष बचे हैं, इस प्रकार का ईमेल आना चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि देश की सरकार की जिम्मेदारी सिर्फ सीमाओं की सुरक्षा के लिए सीमित नहीं बल्कि व्यक्ति की निजता की सुरक्षा भी भारत सरकार की जिम्मेदारी है. यदि प्रकार की कोई घटना होती है तो यह शासन की डिजिटल सुरक्षा प्रणाली पर एक बहुत बड़ा प्रश्नचिन्ह है.
वहीं नई दिल्ली में प्रेसवार्ता के दौरान राहुल गांधी ने फोन ‘हैकिंग’ को लेकर कहा था कि बहुत कम लोग इसके खिलाफ लड़ रहे हैं, लेकिन हम डरे हुए नहीं हैं. आप जितनी चाहें उतनी (फोन) टैपिंग कर सकते हैं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. अगर आप मेरा फ़ोन लेना चाहो तो मैं वो दे दूँगा. उन्होंने कहा था कि मेरे कार्यालय में कई लोगों को यह संदेश मिला है. कांग्रेस में केसी वेणुगोपाल जी, सुप्रिया, पवन खेड़ा को भी यह संदेश मिला है. वे (भाजपा) युवाओं का ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं.