राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने के बाद गांधी परिवार से बाहर किसी नेता के पार्टी प्रमुख बनाए जाने की चर्चा है। छत्तीसगढ़ के CM भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दिया है।
सांसद राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष नहीं बनने के बाद गांधी परिवार से बाहर किसी नेता के पार्टी प्रमुख बनाए जाने की चर्चा है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर बड़ा बयान दिया है। नेशनल मीडिया के समिट में शामिल भूपेश बघेल से पूछा गया कि कांग्रेस अध्यक्ष के लिए 4 नाम सामने आए हैं, जिसमें एक नाम आपका भी है। सीएम भूपेश ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने की अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि मैं इस दौड़ में शामिल नहीं हूं। मैं अभी भी मानता हूं कि राहुल गांधी ही सबसे बेस्ट अध्यक्ष होंगे। अगर नाम सामने आ रहे हैं तो यह मीडिया की उपज हो सकती है।
धवार को हिन्दुस्तान टाइम्स के एजुकेशन समिट में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वर्चुअल रूप से जुड़े। कार्यक्रम में सीनियर जर्नलिस्ट सुनेत्रा चौधरी ने कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर चल रही सियासी उठापटक पर सवाल दाग दिया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अध्यक्ष बनना नहीं चाहते। कांग्रेस अध्यक्ष बनने 4 सबसे मजबूत उम्मीदवार हैं, जिसमें आपका भी नाम शामिल है। सभी को नॉमिनेशन फाइल करने कहा गया है तो क्या हम आने वाले समय में भूपेश बघेल जी को कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में देख सकते हैं। सीएम भूपेश बघेल ने इस सियासी चर्चा पर विराम लगाते हुए कहा- मेरा स्पष्ट कहना है कि मैं इस दौड़ में शामिल नहीं हूं।
अध्यक्ष के रूप में नाम सामने आना मीडिया की उपज
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि मैं अभी भी मानता हूं। आज से 2 साल पहले भी हिन्दुस्तान टाइम्स के समिट के दौरान इंटरव्यू में मैंने कहा था राहुल गांधी सबसे बेस्ट अध्यक्ष होंगे और इसलिए उन्हें ही बनना चाहिए। मैं आज भी उसी मत पर कायम हूं और उसमें अडिग भी हूं। उन्होंने कहा कि जो नाम सामने आ रहे हैं। वह समाचार पत्रों के दिमाग की उपज हो सकती है या मीडिया के सूत्र होंगे। चर्चा होती होगी उसके आधार पर खबर प्रकाशित किए गए होंगे। इसे मैं गलत भी नहीं कहता हूं। मैं इस दौड़ में बिल्कुल शामिल नहीं हूं। राहुल गांधी ही कांग्रेस के अध्यक्ष के लिए सबसे उपयुक्त व्यक्ति हैं।
छत्तीसगढ़ में एजुकेशन लोकल और ग्लोबल लैंग्वेज में
एजुकेशन समिट में सीएम भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की शिक्षा पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि स्कूली बच्चों को शिक्षा लोकल से लेकर ग्लोबल लैंग्वेज में दी जा रही है। छत्तीसगढ़ में स्कूली बच्चों को 16 स्थानीय बोलियों व 4 पड़ोसी राज्यों की भाषाओं शिक्षा दी जा रही है। वैश्विक जरूरतों और बच्चों के भविष्य को देखते हुए सरकारी स्कूलों में अंग्रेजी भाषा में एजुकेशन देने की शुरुआत की गई है। स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी मीडियम स्कूल खोले गए। प्रदेश में लगभग 300 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित हो रहे हैं। नए शैक्षणिक सत्र से 422 स्वामी आत्मानंद स्कूल होंगे। प्रदेश में इंग्लिश मीडियम कॉलेज भी खोले जा रहे हैं, ताकि प्रदेश के बच्चों को विश्वस्तरीय एजुकेशन मिल सके। स्कूली पाठ्यक्रम में राष्ट्रवाद को शामिल करने के सवाल बघेल ने कहा कि राष्ट्रवाद का अर्थ हर व्यक्ति के लिए अलग होता है। स्कूली शिक्षा में राष्ट्रवाद को शामिल कर राजनीतिक दलों को अपना एजेंडा तय नहीं करना चाहिए।