रायपुर। छत्तीसगढ़ में एक नवंबर से शुरू हुई धान खरीदी का 31 जनवरी को अंतिम दिन है. इसके बाद किसान 15 फ़रवरी तक लिंकिंग में धान बेच सकते हैं. इसी बीच सीएम विष्णु देव साय ने आज रायपुर में भाजपा के केंद्रीय कार्यालय के उद्घाटन के दौरान राज्य में धान खरीदी की अवधि को बढ़ाने के संकेत दिए है. जिसका आदेश आज शाम तक जारी हो सकता है. अगर ऐसा होता है तो राज्य के किसान फरवरी महीने के मध्य तक खरीदी केन्द्रों में धान बेच पाएंगे.
जानकारी के लिए बता दें कि, बीते साल राज्य में हुई 1 लाख 8 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी का रिकार्ड इस साल टूट चूका है. राज्य में किसानों को चालू विपणन वर्ष में 29 जनवरी तक 1 लाख 34 हजार मीट्रिक टन धान खरीदी के एवज में 28 हजार 104 करोड़ रूपए का भुगतान किया जा चुका है. अब तक बीते साल की तुलना में लगभग 27 लाख मीट्रिक टन अधिक धान की खरीदी हुई है. बताया जा रहा है कि, प्रतिदिन औसतन साढ़े तीन लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो रही है. इसको देखते हुए 31 जनवरी तक धान खरीदी की मात्रा 140 लाख टन के पार होने की उम्मीद है.
गौरतलब है कि राज्य में इस साल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी का परिपालन सुनिश्चित करते हुए किसानों से प्रति एकड़ के मान से 21 क्विंटल धान की खरीदी की जा रही है। राज्य में समर्थन मूल्य पर अब तक 23 लाख 68 हजार 810 किसान धान बेच चुके हैं. उल्लेखनीय है कि 26 लाख 85 हजार किसानों ने अपना पंजीयन कराया है. राज्य में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग भी समांतर रूप से जारी है. मिलर्स द्वारा खरीदी केन्द्रों से धान का उठाव लगातार किया जा रहा है. अब तक 101 लाख 85 हजार 181 टन धान के उठाव के लिए डीओ जारी किया गया है, जिसके विरूद्ध मिलर्स द्वारा 91 लाख 13 हजार टन धान का उठाव किया जा चुका है.