इससे पहले सीएम साय ने 13वीं- 14वीं शताब्दी में कवर्धा के फणीवंशीय राजाओं द्वारा निर्मित शिव मंदिर के दर्शन किए। जनता की समस्या को करीब से जानने के माध्यम ‘सुशासन तिहार’ के तहत सीएम साय बिना पूर्व सूचना के अलग-अलग जिलों में पहुंच रहे हैं। जहां वे ग्रामीणों से सरकार की योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं। इस दौरान उनकी समस्या के समाधान के लिए प्रयास कर रहे हैं।
सीएम साय ने की घोषणाएं
सहसपुर ग्राम पंचायत में ग्रामीणों से बातचीत के बाद जरूरतों को देखते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज कई घोषणाएं की है।
- हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए नए भवन को मिली स्वीकृति
- 13 वीं-14 वीं शताब्दी में फणी नागवंशी राजाओं द्वारा निर्मित शिव मंदिर व हनुमान मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण की घोषणा
- 33 केव्ही विद्युत सब स्टेशन की घोषणा
मुख्यमंत्री ने तेरहवीं शताब्दी के प्राचीन शिव व हनुमान मंदिर के किए दर्शन
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज बेमेतरा जिले के ग्राम सहसपुर में 13वीं- 14वीं शताब्दी में निर्मित भगवान शिव और हनुमान के प्राचीन मंदिर के दर्शन किए। सीएम ने प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और खुशहाली की कामना की।
उल्लेखनीय है कि ग्राम-सहसपुर में यह प्राचीन मंदिर कवर्धा के फणिनागवंशी राजाओं द्वारा नागर शैली में निर्मित किया गया था। यह मंदिर इस बात का जीवंत सबूत है की छत्तीसगढ़ की धरती में धर्म और आस्था के बीज बहुत पुराने हैं। आज भी इन मंदिरों का पुराना वैभव यथावत है। ये मंदिर छत्तीसगढ़ की समृद्ध वास्तुकला के उत्कृष्ट उदाहरण हैं। सोलह स्तम्भों पर टिका शिव मंदिर और आठ स्तम्भों का हनुमान मंदिर बहुत सुंदर प्रतीत होता है। ये अपने कालखंड की एक निशानी के तौर पर मौजूद हैं और हमारी समृद्ध कला संस्कृति का भी परिचय देते हैं
बता दें कि 5 मई से ‘सुशासन तिहार’ के तीसरे चरण की आज से शुरुआत हो चुकी है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय 31 मई तक आकस्मिक दौरे पर निकलेंगे। इस विशेष अभियान के दौरान मुख्यमंत्री किसी भी समय, किसी भी जिले या गांव में अचानक पहुंच सकते हैं। सीएम साय का दौरा पूरी तरह गोपनीय रखा गया है। स्थानीय प्रशासन से लेकर आम जनता तक, किसी को भी इस बात की जानकारी नहीं होगी कि मुख्यमंत्री साय कब और कहां पहुंचेंगे।
सीएम साय किसी भी जिले में पहुंचकर आमजनों से सीधे संवाद करेंगे और ग्रामीणों से मिलकर योजनाओं के क्रियान्वयन का फीडबैक लेंगे। वे समाधान शिविरों में भी शामिल होंगे और लोगों की समस्याओं को मौके पर ही सुनकर समाधान की दिशा में कार्य करेंगे।