लंबित फाइलों को तत्परता निराकृत करने की हिदायत
मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि वर्ष 2024 में हमने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रमुख गारंटियों को पूरा किया है. वर्ष 2025 छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष है. रजत जयंती वर्ष का छत्तीसगढ़ के लिए विशेष महत्व है. इसलिए बहुत उत्साह से निष्ठापूर्वक अपने दायित्वों का निर्वहन करें. मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को विशेष अभियान संचालित कर लंबित फाइलों को तत्परता से निराकृत करने की हिदायत दी. उन्होंने मंत्रालय सहित सभी ऑफिसों में ई-ऑफिस की व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने के निर्देश दिए.
स्वयं करेंगे सभी विभागों की समीक्षा
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि वे स्वयं सभी विभागों के कार्यों की समीक्षा करेंगे. उन्होंने सभी विभागीय सचिवों को अपने विभाग की नियमित समीक्षा करने के निर्देश देते हुए कहा कि हर महीने वर्चुअल समीक्षा के साथ ही हर 3 महीने में भौतिक समीक्षा भी की जाए. साथ ही बड़ी योजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं का समयबद्ध निराकरण करने का प्रयास करें और मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव को अवगत कराएं. मुख्यमंत्री ने कहा कि आम आदमी की समस्याओं का समय पर निराकरण होना जरूरी है.
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर हो फोकस
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि ईज ऑफ लिविंग और ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर हमारा फोकस होना चाहिए. छत्तीसगढ़ में अभी निवेश का बहुत अच्छा माहौल बना है. छत्तीसगढ़ की औद्योगिक नीति 2024-2030 की पूरे देश में सराहना की जा रही है. नई औद्योगिक नीति का लाभ निवेशकों को मिले. इसका विशेष ध्यान रखें.
नियद नेल्लानार योजना का मिले लाभ
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति मजबूत होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि विगत एक साल में हमने नक्सल मोर्चे पर बड़ी कामयाबी पाई है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति स्थापित करने में हम कामयाब हुए हैं. शासन की योजनाओं को नक्सल प्रभावित क्षेत्रों तक ले जाने की आवश्यकता है. नियद नेल्लानार योजना का लाभ क्षेत्र के लोगों को मिले. यह बहुत जरूरी है. नक्सली क्षेत्र में बहुत से सुरक्षा कैंप हमने खोले हैं. इस बात का ध्यान रखें कि संबंधित विभाग के कार्य जो नियद नेल्ला नार योजना के तहत आते हैं. वे त्वरित गति से इन क्षेत्रों में पूर्ण हों. छत्तीसगढ़ के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों तक शासन की योजना का लाभ पहुंचाना सेवा का कार्य है.
प्रभारी सचिव करें जिले का दौरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिलों के प्रभारी सचिव हर 2 महीने में जिलों का दौरा करें. इस दौरान वे जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में जाएं और फील्ड की जानकारी लें. तभी जमीनी स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन की वास्तविक स्थिति पता चलेगी. उन्होंने प्रभारी सचिवों को अपने प्रभार जिले के भ्रमण के दौरान जिले की स्थिति के सम्बन्ध में मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव को अनिवार्य रूप से अवगत कराने के निर्देश दिए.
सड़क दुर्घटना रोकने पुख्ता प्रबंध पर जोर
मुख्यमंत्री साय ने जिलों में भी प्रशासनिक कसावट का विशेष ख्याल रखने के निर्देश दिए. मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रैफिक व्यवस्था पर भी बहुत ध्यान दिए जाने की जरूरत है. आजकल बहुत सड़क दुर्घटनाएं हो रही हैं. अभियान चला कर सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम का पुख्ता प्रबंध किया जाना चाहिए, ताकि इसमें कमी लायी जा सके. छत्तीसगढ़ में अन्य राज्यों से नशे की सामग्रियों की तस्करी न होने पाए. इस पर कड़ाई से रोक लगाने की जरूरत है. मुख्यमंत्री साय ने कहा कि पिछले एक वर्ष में नशे के अवैध कारोबार की रोकथाम के लिए अच्छा प्रयास किया गया है. इसमें और तेजी लाने की जरूरत है.
बैठक में मुख्य सचिव अमिताभ जैन. अपर मुख्य सचिव. पुलिस महानिदेशक अशोक जुनेजा. प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख व्ही श्रीनिवास राव. प्रमुख सचिव. सचिव और विभागाध्यक्ष सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे.