लखनऊ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्र को संबोधित करते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की. इस फैसले के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीजेपी सभी की आवाज सुनती है. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले का स्वागत होना चाहिए. सरकार समस्या का समाधान संवाद से करती है.
‘पीएम का धन्यवाद’
सीएम योगी ने कृषि कानूनों पर बात करते हुए कहा, ‘मैं पीएम मोदी का धन्यवाद करता हूं और उनके द्वारा उठाए गए इस कदम का स्वागत करता हूं. हालांकि लोगों के एक बड़े वर्ग का मानना था कि इस तरह के कानून किसानों की आय बढ़ाने में एक जरूरी भूमिका निभा सकते हैं, जब किसान संगठनों ने इसका विरोध किया तो सरकार ने सभी स्तरों पर संवाद स्थापित करने का प्रयास किया.’
अभी वापस नहीं होगा आंदोलन
बता दें, पीएम मोदी ने कृषि कानून वापस लेने का ऐलान करते हुए किसानों से घर लौटने की अपील की. इन सबके बीच किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे किसान नेता राकेश टिकैट ने संकेत दिए हैं कि वे किसान आंदोलन को तत्काल वापस लेने के मूड में नहीं हैं. टिकैट ने कहा कि हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा. इसके अलावा टिकैट ने ये भी कहा कि सरकार MSP के साथ-साथ किसानों से संबंधित दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे.
विपक्ष ने साधा सरकार पर निशाना
सरकार के इस फैसले के बाद देशभर के नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया. अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो! जय हिंद, जय हिंद का किसान!’. वहीं, कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा कि ‘टूट गया अभिमान, जीत गया मेरे देश का किसान’. सपा के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने सरकार को घेरते हुए कहा कि जब 600 किसानों की इस कृषि कानून के धरना प्रदर्शन में मौत हो गई. प्रधानमंत्री का कभी ध्यान नहीं गया. कभी उन किसानों के बारे में नहीं सोचा.