शंख का महत्व न केवल धार्मिक है, बल्कि यह घर की ऊर्जा को भी प्रभावित करता है. अगर सही समय और तरीके से शंख बजाया जाए, तो यह चमत्कारी परिणाम देता है. शास्त्रों के अनुसार, शंखनाद से वातावरण की नकारात्मक ऊर्जा नष्ट होती है और सकारात्मक तरंगें उत्पन्न होती हैं. (शंख कैसे बजाना चाहिए)

शंख बजाना अत्यंत शुभ
घर में रोज सुबह और संध्या के समय पूजा के बाद शंख बजाना अत्यंत शुभ होता है. इसे मुख्य द्वार की ओर मुंह करके बजाएं ताकि घर में सकारात्मकता का प्रवेश हो. विशेष रूप से सोमवार और गुरुवार को शंखनाद करने से स्वास्थ्य में सुधार और मानसिक शांति मिलती है.
तनाव, रोग या क्लेश में प्रभावित लाभ
शंख बजाने से वातावरण में कंपन उत्पन्न होता है, जो रोगाणुओं को नष्ट करता है और मन को शांत करता है. विज्ञान भी मानता है कि शंख की ध्वनि मस्तिष्क की नसों पर सकारात्मक प्रभाव डालती है. यदि घर में लगातार तनाव, रोग या क्लेश का वातावरण है, तो प्रतिदिन शंख बजाने की आदत डालें. यह एक छोटा सा प्रयास है, लेकिन इसके चमत्कारी प्रभाव से आप स्वयं हैरान रह जाएंगे.