Congress Challenge to PM Modi: लोकसभा चुनाव में मिली अच्छी सीट (99) से अतिउत्साहित कांग्रेस ने PM मोदी को खुला चैलेंज (open challenge) दिया है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को वायनाड लोकसभा उपचुनाव में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के खिलाफ चुनाव लड़ने का खुला चैलेंज दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि बीजेपी का कोई भी नेता वहां लड़ने आ जाए। पीएम मोदी भी वायनाड लड़ने आ जाएं। उन्हें रोक कौन रहा है चुनाव लड़ने से. वाराणसी में संघर्ष से जीते हैं।
दरअसल कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने वायनाड लोकसभा सीट (Wayanad Lok Sabha seat) छोड़ने का फैसला किया है। वह अपने रायबरेली (Raebareli) से सांसद बने रहेंगे। प्रियंका गांधी वायनाड से लोकसभा उपचुनाव लड़ेंगी।
प्रियंका के कैंडिडेट बनते ही कांग्रेस ने पीएम मोदी को वायनाड से चुनाव लड़ने का चैलेंज दे दिया है। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, मोदी जी भी आएं वायनाड से चुनाव लड़ने, उन्हें कौन रोक रहा है? पवन खेड़ा ने राहुल गांधी के वायनाड छोड़ने और रायबरेली से सांसद बने रहने के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि हम सबको ये फैसला पसंद आया। पूरे देश में खुशी की लहर है। बीजेपी के वायनाड से उम्मीदवार पर उन्होंने कहा, बीजेपी का कोई भी नेता वहां लड़ने आ जाए, पीएम मोदी भी वायनाड लड़ने आ जाएं, उन्हें रोक कौन रहा है चुनाव लड़ने से। वाराणसी में संघर्ष से जीते हैं।
खरगे ने किया था ऐलान
बता दें कि सोमवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ बैठक के बाद राहुल के वायनाड सीट खाली करने और प्रियंका के वहां से उपचुनाव लड़ने से संबंधित फैसले की घोषणा की और इस एक फैसले के साथ ही प्रियंका गांधी का चुनावी डेब्यू हो गया। इस फैसले के बाद मंगलवार सुबह राहुल गांधी ने वायनाड सीट से इस्तीफा लोकसभा में भेज दिया है। उधर, प्रियंका गांधी ने भी पार्टी के इस फैसले का स्वागत किया था।
राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की थी
राहुल गांधी 2019 की तरह इस बार भी दो सीटों पर चुनाव लड़े थे। राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों पर जीत हासिल की है। हालांकि, 2019 में वे अमेठी और वायनाड से चुनाव लड़े थे, वायनाड में उन्हें जीत मिली थी, जबकि अमेठी में स्मृति ईरानी के सामने हार का सामना करना पड़ा था। कांग्रेस ने इस बार अमेठी से राहुल की जगह के एल शर्मा को टिकट दिया था। केएल शर्मा ने स्मृति ईरानी को इस बार करीब 1.5 लाख वोटों से हरा दिया।