नई दिल्ली. कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में मंगलवार को विपक्षी दलों की महाबैठक चल रही है. आज बैठक का दूसरा और अंतिम दिन है. इस मीटिंग में हिस्सा लेने के लिए 26 दलों के नेता पहुंचे हुए हैं. न्यूज एजेंसी एएनाई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि बेंगलुरु में संयुक्त विपक्ष की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि मैं एमके स्टालिन के जन्मदिन पर चेन्नई में पहले ही कह चुका हूं कि कांग्रेस को सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. इस बैठक में हमारा इरादा अपने लिए सत्ता हासिल करना नहीं है. यह हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा के लिए है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुग खरगे ने 2024 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव से पहले रणनीति पर चर्चा करने के लिए हो रही 26 विपक्षी दलों की बैठक में मंगलवार को कहा कि कांग्रेस की सत्ता या प्रधानमंत्री पद में कोई दिलचस्पी नहीं है. खरगे ने विपक्ष की बैठक के दूसरे दिन की शुरुआत में कहा, ‘‘इस बैठक में हमारी मंशा अपने लिए सत्ता हासिल करने की नहीं है. हमारा इरादा हमारे संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरेपक्षता और सामाजिक न्याय की रक्षा करना है.’
उन्होंने स्वीकार किया कि विपक्षी दलों के बीच राज्य स्तर पर मतभेद हैं, लेकिन उन्होंने साथ ही कहा कि ये मतभेद विचारधारा से संबंधित नहीं हैं. कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘ये मतभेद उतने बड़े नहीं है कि हम उन्हें महंगाई की मार झेल रहे मध्यम वर्ग और आम आदमी की खातिर, बेरोजगारी से जूझ रहे हमारे युवाओं की खातिर, गरीबों की खातिर और पर्दे के पीछे चुपचाप कुचले जा रहे दलितों, आदिवासियों और अल्पसंख्यकों की खातिर पीछे नहीं छोड़ सकते.’
उन्होंने कहा कि यहां 26 दल एकजुट हुए हैं और ये आज 11 राज्यों की सरकारों में हैं. खरगे ने कहा, ‘भाजपा को 303 सीट अकेले के दम पर नहीं मिलीं. उसने अपने सहयोगियों के मतों का इस्तेमाल किया और सत्ता में आने के बाद उन्हें त्याग दिया। आज, भाजपा अध्यक्ष और पार्टी नेता अपने पुराने सहयोगियों से समझौता करने के लिए एक राज्य से दूसरे राज्य दौड़ लगा रहे हैं.’