भाजपा के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को कांग्रेस पचा नहीं पा रही : संतोष पांडे

राजनांदगाँव। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संतोष पांडे अपने चुनाव प्रचार अभियान के अंतिम दौरे में सहसपुर लोहार व डोंगरगाँव क्षेत्र में व्यापक जनसम्पर्क  किया एवं चुनावी सभा को संबोधित करते हुए हनुमान जन्मोत्सव के कार्यक्रम में भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि यह राष्ट्र निर्माण की अनुपम घड़ी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दस वर्षों में देश का जो कायाकल्प किया हैं उसे और आगे बढ़ाने के लिए इस चुनाव में उनके नेतृत्व पर मुहर लगाना हम सब के लिए युगधर्म के समान हैं।

भाजपा मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार श्री पांडे ने याद दिलाते हुए कहा कि अयोध्या में भगवान श्री राम अपनी जन्मभूमि में टेंट में रह रहे थे, बरसात में टेंट टपकने लगता था, रामलला भीग जाते थे, टेंट बदलने के लिये  आवेदन लगाना पड़ता था, किन्तु उन आवेदनों पर कोई विचार नहीं होता था, ले देकर साल में एकाध बार रामलला के वस्त्र बदलने की अनुमति मिलती थी। देश के बहुसंख्यक समाज के साथ हो रहे इस घृणित अत्याचार पर जवाबदार लोग खामोश थे, न्यायलाय में चल रहे रामलला के मुकदमे को लटकाने कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंधवी सहित कांग्रेस ने 40 वकीलों की फौज खड़ी कर रखी थी। भारत की आत्म कहे जाने वाले भगवान श्री राम एवं रामायण को काल्पनिक कहे जाने का हलफनामा दिया जा रहा था, किन्तु मोदी जी ने सत्ता की बागडोर संभालते ही राम मंदिर को लेकर हो रही अदालती कार्यवाही को तीव्र गति से आगे बढ़ाया। मंदिर निर्माण के अवरोधों को दूर किया और न्यायलाय को यह विश्वास दिलाया कि फैसले को लेकर देश में किसी भी  तरह कानून एवं व्यवस्था की स्थिति उत्पन्न नहीं होने दी जाएगी। अंततः मंदिर निर्माण की प्रक्रिया पूरी हुई भगवान राम को उनकी जन्मभूमि में टेंट से निकालकर भव्य मंदिर में प्रतिष्ठित किया गया। स्मरण रहें की मंदिर निर्माण के लिए जब शिलान्यास हुआ। तब सनातन विरोधियों के सांसदों ने लोकसभा व राज्यसभा में काली पट्टी लगाकर विरोध दर्ज किया था।

श्री पांडे ने कहा की केवल राम मंदिर निर्माण पर ही बात खत्म नहीं होती, बल्कि हिन्दुत्व की हुंकार करती काशी विश्वनाथ मंदिर का भी जीर्णोद्धार हुआ, आज भगवान भोलेनाथ गंगा तट से सीधे दर्शन दे रहे हैं। उज्जैन के महाकाल मंदिर का भी विकास किया गया, भगवान केदारनाथ मंदिर को भी नया स्वरूप प्रदान किया गया, द्वारिकधीश मंदिर की भी चिंता की गई, देश के 52 शक्तिपीठों की भी सुध ली गई जिससे देश का सांस्कृतिक राष्ट्रवाद सर चढ़कर बोलने लगा, बस हिन्दुत्व का यही विकास देश की पुरानी राजनीतिक पार्टी कांग्रेस को पच नहीं रहा हैं।

श्री पांडे कांग्रेस पर तुष्टीकरण की राजनीति को आगे बढ़ाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इनका हालिया घोषणा पत्र जिसमें वें लोगों की संपत्तियों का सर्वे कराकर उसे अल्पसंख्यकों को बाटने की घोषणा कर रहें हैं, यह इनके तुष्टीकरण की राजनीति की पराकाष्ठा हैं। वोट बैंक के खातिर कांग्रेस और कितने नीचे तक गिर जाएगी, इसकी कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने लोगों से जागरूक होकर कमल फूल के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए कहा कि एक बार फिर देश तोड़ने की तुष्टिकारण मानसिकता के लोग जलजला खड़ा करने की कोशिश कर रहें हैं। इस मानसिकता के लोगों को इतिहास के कूड़ेदान में फेकने के लिए आवश्यक हैं की फिर नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में राष्ट्रवादी सरकार बने, ताकि सबका विकास हो और सारे लोग सुरक्षित जीवन यापन कर सके।

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