Ashok Chavan met Devendra Fadnavis: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना की अगुवाई वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई और पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा. राज्य के नए सियासी समीकरण में शिंदे सूबे के मुख्यमंत्री हैं और बीजेपी की ओर से देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम का पद संभाल रहे हैं. अब सरकार में शिवसेना के सहयोगी रहे कांग्रेस के नेता नई राह तलाशते हुए नजर आ रहे हैं. सूबे में सियासी अटकलें तेज हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस से गणेश दर्शन के एक कार्यक्रम के दौरान चव्हाण की मुलाकात भी हुई है.
मुलाकात पर चव्हाण ने कही ये बात
दोनों नेताओं की मुलाकात मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ओएसडी आशीष कुलकर्णी के आवास पर हुई. इस बैठक से अशोक चव्हाण के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं. हालांकि मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चव्हाण ने कांग्रेस छोड़ने की अटकलों को खारिज किया है और कहा कि वह जल्द ही पार्टी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होंगे. उन्होंने फडणवीस से मुलाकात पर कहा कि गणेश दर्शन के एक कार्यक्रम में गया था, जहां डिप्टी सीएम भी पहुंचे थे. लेकिन ऐसे कार्यक्रम में हुई किसी मुलाकात को लेकर सियासी कयास नहीं लगाने चाहिए. फडणवीस ने भी इस मुलाकात को लेकर कहा कि हम दोनों ही एक कार्यक्रम में अलग-अलग वक्त पर पहुंचे थे.
महाराष्ट्र के मौजूदा सियासी माहौल में अशोक चव्हाण के बीजेपी नेताओं के करीब आने की चर्चा तेज हैं. उन्होंने विधानसभा में उद्धव के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार के फ्लोट टेस्ट से भी दूरी बनाकर रखी थी. इसके अलावा चव्हाण भी शक के घेरे में हैं क्योंकि पृथ्वीराज चव्हाण समेत कई कांग्रेस नेता आरोप लगा चुके हैं कि पार्टी के कुछ विधायकों ने एमएलसी चुनावों के दौरान क्रॉस वोटिंग की. आशीष कुलकर्णी ने राज्यसभा और महाराष्ट्र में एमएलसी चुनाव के दौरान रणनीतिकार के तौर पर अहम भूमिका निभाई थी. एक दशक पहले उनका शिवसेना सुप्रीमो बाल ठाकरे और कांग्रेस नेता राहुल गांधी दोनों के साथ एक संक्षिप्त कार्यकाल भी था. उन्होंने महाराष्ट्र बीजेपी में प्रदेश उपाध्यक्ष के रूप में शामिल होने से पहले शिवसेना और कांग्रेस के साथ मिलकर काम किया है.
राज्य में कांग्रेस का चेहरा
अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के प्रभावशाली नेता माने जाते हैं और वह पूर्व मुख्यमंत्री शंकरराव चव्हाण के बेटे हैं. साल 2008 से 2010 तक अशोक चव्हाण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं. उनका नाम आदर्श हाउसिंग सोसायटी घोटाले में आया था जिसके बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा था. ऐसे में सरकार से बाहर होने के बाद अपने अपनी नई सियासी राह तलाश सकते हैं.