रायपुर. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 85वें राष्ट्रीय महाधिवेशन के दूसरे दिन वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी ने पार्टी के संविधान में संशोधन का प्रारूप प्रस्तुत किया. इसे सभी ने हाथ उठाकर समर्थन दिया. संविधान में संशोधन के बाद अब कांग्रेस पार्टी के सभी फॉर्म में पिता के साथ-साथ माता और पत्नी का भी नाम शामिल किया जाएगा. 85वें संशोधन में छोटे-बड़े मिलाकर करीब 85 संशोधन किए गए हैं. अंबिका सोनी के स्थान पर रणदीप सिंह सूरजेवाला ने संशोधन की जानकारी दी. उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी कमेटियों में 50 प्रतिशत पद महिला, एसटी एससी ओबीसी के साथ-साथ अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षित करने का निर्णय लिया है. इसी तरह 50 प्रतिशत पद महिलाओं और युवाओं के लिए आरक्षित होंगे.
अब कांग्रेस पार्टी पेपरलेस वर्किंग की ओर बढ़ेगी. अब से सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप होगी और डिजिटली रिकॉर्ड रखा जाएगा. कांग्रेस के कार्यक्रमों या प्रस्तावों में थर्ड जेंडर को शामिल किया जाएगा. कांग्रेस की सबसे निचली कमेटी बूथ कमेटी होगी. इसके बाद पंचायत, वार्ड, इंटरमिडिएट (जनपद, मंडल), ब्लॉक, जिला और प्रदेश की संरचना होगी. पार्टी के सारे फॉर्म में संशोधन किए गए हैं. अब पिता के साथ-साथ माता और पत्नी का भी नाम लिखा जाएगा.
कांग्रेस के सभी चुने जनपद जिला पंचायत सदस्य, अध्यक्ष और नगर पालिका व कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष ब्लॉक व जिले के ऑटोमेटिक डेलीगेट चुने जाएंगे. पहले 8 पीसीसी डेलीगेट में एक एआईसीसी मेंबर होते थे. अब 6 पीसीसी डेलीगेट पर एक एआईसीसी मेंबर होंगे. इस तरह इनकी संख्या 1240 से 1653 हो जाएगी. वहीं, 15 प्रतिशत के स्थान पर 25 प्रतिशत मनोनीत सदस्य भी होंगे. कांग्रेस कार्यसमिति की संख्या 23 जमा दो पर निर्धारित थी. कांग्रेस वर्किंग कमेटी में 35 सदस्य होंगे. इनमें 50 प्रतिशत महिला, एसटी एससी ओबीसी और अल्पसंख्यक होंगे. पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व प्रधानमंत्री, लोकसभा व राज्यसभा के नेता कार्यसमिति के सदस्य होंगे.