राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के बड़े नगर निगमों में से एक राजनांदगांव नगर निगम का बजट बार-बार टल रहा है। पहले 16 अप्रैल तक खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिये जिले भर में आचार संहिता लगी होने के कारण बजट तैयारियां नहीं हो पायीं थी। 30-31 अप्रैल बजट पेश हो जाता, लेकिन और टाला जाकर आगामी 5 मई किया गया। अब उसमें भी शादी आदि मांगलिक कार्यों की अधिकता को देखते हुए एक बार फिर टाल दिया गया है।
उक्त संबंध में महापौर श्रीमती हेमा सुदेश देशमुख ने कहा कि 5 मई को शादी-ब्याह की अधिकता के कारण 10 मई पर विचार चल रहा है। इधर निगम कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक 23 अक्टूबर 2021 को सामान्य सभा हुई थी उसके बाद कोई सामान्य सभा हुई नहीं है और सीधे बजट बैठक ही होगी और एमआईसी की बैठक पहले ही हो चुकी है। निगम के नियम की बात करें तो हर ढाई माह में एक सामान्य सभा होनी चाहिये, लेकिन यहां के निगम इतिहास को ेदेखे तो सामान्य सभा के साथ ही बजट बैठक को लेकर भी अनियमितता बनी हुई है।
0- सत्तापक्ष हुआ और प्रबल, लेकिन विपक्ष मुद्दे उठाने मंे भी कमजोर
प्राप्त जानकारी के अनुसार निगम चुनाव हुआ था तब 51 वार्डों में 21-22 कांग्रेसी पार्षद थे, लेकिन निर्दलीयों के शामिल होने से कांग्रेस के पार्षदों की संख्या बढ़ गई है। वार्ड क्र. 17 में भाजपा पार्षद श्रीमती शोभा सोनी के निधन के बाद हुए हालिया उपचुनाव में कांग्रेस की श्रीमती चंद्रकला देवांगन के निर्वाचित होने और वार्ड क्र. 2 के भाजपा पार्षद अजय छेदैया के कांग्रेस प्रवेश के साथ निगम का सत्तापक्ष और मजबूत हो गया है। इसके विपरीत भाजपा के पार्षद घटकर 19 हो गये हैं। फिर भी यदि भाजपा पार्षद जनहित के मुद्दों को सदन में दमदारी से उठाये, सरेंडर न हो तो कांग्रेस बहुमत में रहते हुए भी हिल सकती है, लेकिन निगम में 15 साल राज करने वाली भाजपा विपक्ष की राजनीति पहले जैसे दमदारी से करना शायद भूल गई है।