रायपुर. सरकारी गाड़ी में पेट्रोल के नाम पर लाखों रुपए के भ्रष्टाचार मामले में सीएल देवांगन अपर संचालक क्षेत्रीय कार्यालय उच्च शिक्षा रायपुर को निलंबित कर दिया गया है. बाबू के भ्रष्टाचार में क्षेत्रीय अपर संचालक रायपुर की संलिप्तता पाए जाने के बाद यह कार्रवाई उच्च शिक्षा विभाग ने की है. इस मामले में विभाग और भी दोषी कर्मचारियों पर कार्रवाई की तैयारी में है.
प्राथमिक जांच में साढ़े 18 लाख रुपया का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. इस मामले में पहले ही अपर संचालक को पद से हटाया दिया गया था. अब उन्हें उच्च शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया है. बता दें कि अब तक इस मामले मुख्य दोषी बाबू और क्षेत्रीय अपर संचालक निलंबित किया जा चुका है. मामले में FIR भी दर्ज हो गई है. दो और कर्मचारी को निलंबित करने के लिए शासन को फाइल भेजा गया है.

जानिए पूरा मामला
दरअसल उच्च शिक्षा विभाग के क्षेत्रीय कार्यालय रायपुर में शासकीय गाड़ी में पेट्रोल डलवाने के नाम पर बाबू आकाश श्रीवास्तव ने बड़ा घोटाला किया था. जांच में पता चला कि अपर संचालक की गाड़ी बिना चले ही 6 माह में 6 लाख रुपए की पेट्रोल पी गई. क्षेत्रीय कार्यालय में पदस्थ आकाश श्रीवास्तव (सहायक गेड-2) बाबू ने पूरे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया था. इसके अलावा इसी ऑफिस में 4 कर्मचारियों को हर महीने वेतन देने के नाम पर दस महीने तक 10-10 हजार रुपए शासन से लिए गए. ये कर्मचारी कार्यालय में पदस्थ ही नहीं थे. यह फर्जीवाड़ा देवकुमार वर्मा, अजय टंडन, भूपेंद्र वर्मा और खिलावन जोशी नाम के कर्मचारियों के नाम पर किया गया था. इस भ्रष्टाचार में क्षेत्रीय संचालक रायपुर की भी संलिप्तता पाई गई है. प्राथमिक जांच में साढ़े 18 लाख रुपया का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है.