
33 कोटी देवी देवताओं का साक्षात स्वरूप गौ माता दर्शन
राजनांदगांव(दैनिक पहुना)। संस्कारधानी के गौ माता की भक्ति आराधना उपासना साधना सेवा में समर्पित गौ सेवक सौरभ खंडेलवाल, एवं राहुल अग्रवाल ने बताया कि कार्तिक शुक्ल अष्टमी को गोपाष्टमी महापर्व का विशेष महत्व है। भगवान कृष्ण को अत्यंत प्रिय गौ माता आज ही के दिन भगवान श्री कृष्ण ने 6 वर्ष की आयु में गोचारण प्रारंभ किया था तभी से गोपाष्टमी पर्व भक्तों की आस्था और श्रद्धा, भक्ति आराधना उपासना साधना सेवा समर्पण का भाव जागृत करता है सर्व देवमई वेदलक्ष्णा गौ माता मैं 33 कोटी देव देवताओं का वास माना गया है धरती पर साक्षात देव गौ माता है गौ माता की चरण रज अपने ललाट पर लगाए इससे सौभाग्य की वृद्धि होती है भारतीय सनातन संस्कृति में जीवन से मृत्यु तक गौ माता की उपयोगिता मानी जाती है गौ माता की पूंछ पड़कर वैतरणी पार की जाती है।

संस्कारधानी राजनांदगांव की सेवा में समर्पित संस्था बाल रत्न मंच सेवा समिति गौ सेवा रथ दो रोटी के सेवाभावी समर्पित गौ सेवकों द्वारा शहर के विभिन्न सड़के गलियां , हमाल पारा, रामाधीन मार्ग , गंज लाइन भारत माता चौक , सदर लाल नंदई चौक , इंदिरा नगर दुर्गा चौक , बसंतपुर हॉस्पिटल के पास, चौक चौराहा में सर्व देवमई गौ माता का विधि विधान से पूजन अर्चन करते हुए चरणों में जल अर्पण, तिलक पुष्प एवं मौली धागा व वस्त्र समर्पित कर, आरती पूजन करते हुए गौ माता को गुड और रोटी खिलाकर गौ प्रदक्षिणा करते हुए गौ माता से संपूर्ण विश्व के मंगल कामना का आशीर्वाद मांगा साथ ही संस्कारधानी की स्वास्तिक जन समर्पण सेवा समिति को घायल गौ माता के उपचार सेवा के लिए बाल रत्न मंच सेवा समिति परिवार की ओर से 2100 रुपए संस्था परिवार की ओर से सहयोग किया गया ,गौ भक्त मयंक शर्मा ने आगे बताया कि गौ माता धरती की सबसे बड़ी वेधराज है गौ माता के दूध में अमृत, गोमूत्र में कष्ट निवारक दवा है गाय की गर्दन को सहलाने से असाध्याय से असाध्य रोगों का नाश होता है। भारतीय सनातन संस्कृति में गौ सेवा सबसे उत्तम सेवा मानी गई है गौ सेवा से जन्म जन्मअंतर के पापों का नाश होता है गौ सेवा बड़े भाग्य से मिलती है जहां पर गौ माता का वास होता है देवलोक कहलाता है।

आज हम सभी गौ सेवक राहुल अग्रवाल , सौरभ खंडेलवाल, रितेश यादव मयंक शर्मा , संदेश जैन एवं अन्य सेवको द्वारा विभिन्न चौक चौराहा में पूजन करते हुए अंत में गौशाला पिंजरा पोल जी ई रोड में पहुंचकर वेदलक्ष्णा गौ माता का पूजन अर्चन कर वस्त्र पहनाकर पूजा अर्चना करते हुए गौ माता की आरती उतारी गई गुड रोटी खिलाकर गौ प्रदक्षिणा की गई सभी ने मिलकर गौ माता की जय घोष की एवं गौ माता के गोबर का सभी भक्तों ने तिलक लगाया तत्पश्चात गौ माता की सेवा में समर्पित सेवकों का सम्मान तिलक लगाकर अंग वस्त्र दुपट्टा पहनाकर सत्कार किया गया भेंट स्वरूप उन्हें भेंट प्रदान की गई इस अवसर पर सैकड़ो गायों का झुंड मन को प्रफुलित कर रहा था गोपाष्टमी के पावन पर्व में गौ माता संपूर्ण विश्व को आशीष प्रदान करें सभी के जीवन में धर्म, संस्कृति सेवा सुख समृद्धि सौभाग्य धन-धन से परिपूर्ण हो ऐसी मंगल कामना की गई । उपरोक्त जानकारी गौ सेवा में समर्पित सौरभ खंडेलवाल ने दी

