पेरू में सरकार के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन जारी है. प्रदर्शनकारियों और सुरक्षाबलों के बीच संघर्ष में 17 लोगों की मौत हो गई है. देश के ह्यूमन राइट्स ऑफिस ने बताया कि सोमवार विरोध प्रदर्शनों का अब तक का सबसे घातक दिन था. यह विरोध जल्द चुनाव और जेल में बंद पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो की रिहाई की मांग को लेकर जारी है.
लगातार खराब होते माहौल को देख सरकार ने यहां कर्फ्यू लगा दिया है. प्रधानमंत्री अल्बर्टो ओटारोला ने बताया कि यह कर्फ्यू स्थानीय समयानुसार तीन दिनों तक रात 8 बजे से सुबह 4 बजे तक रहेगा.
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी हेनरी रेबाजा ने मीडिया को बताया कि साउथ पेरू के पुनो क्षेत्र में टिटिकाका झील के किनारे के शहर जुलियाका में झड़प हुई. इस झड़प में कुल 68 लोग घायल हो गए. 17 लोग मारे गए हैं. मंत्रालय के अनुसार मृतकों में कम से कम दो किशोर भी शामिल हैं.
कांग्रेस को अवैध रूप से भंग करने की कोशिश के तुरंत बाद पूर्व राष्ट्रपति पेड्रो कैस्टिलो को हटाने और गिरफ्तार करने के बाद दिसंबर की शुरुआत में ही विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे. कैस्टिलो को विद्रोह के आरोप में 18 महीने के लिए प्री ट्रायल डिटेंशन में रखा गया है.
पत्थर फेंकने पर पुलिस ने चलाई गोली
एक फेसबुक पोस्ट के अनुसार जुलियाका में कम से कम 38 लोग घायल हुए हैं और अस्पताल में भर्ती हैं. वहीं, पुनो क्षेत्र में टिटिकाका झील के किनारे एक व्यक्ति ने सड़कों पर गोलियों और धुएं के फुटेज की वीडियो भी शेयर की. न्यूज एजेंसी के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिस ने गोली चला दी.