साइकिल पंचर दुकान को आया 1 लाख से अधिक का बिल, दुकानदार ने कहा- अब तो फांसी पर लटकना पड़ेगा

खजुराहो। सच में एमपी अजब है गज़ब है… और बिजली विभाग इस बात को सच साबित कर रहा है। हमेशा से सुना है कि बिजली के करंट से जोर का झटका लगता है, लेकिन आजकल बिजली विभाग के लाखों रुपये के बिल से आम आदमी परेशान है। ऐसा ही एक मामला मध्य प्रदेश के खजुराहो का है। जहां साइकिल पंचर बनाने वाले दुकानदार को 1 लाख 22 हजार से अधिक का बिजली बिल थमा दिया गया। जिससे उसका परिवार सदमे में हैं।

खजुराहो डिवीजन अंतर्गत आने वाले बमीठा केंद्र के इमलहा गांव में साइकिल पंचर की दुकान चलाने वाले संतोष साहू को बिजली विभाग ने 1,22,383 रुपये का बिजली का बिल थमा दिया। जिससे संतोष और उसका परिवार सदमे में है। संतोष साहू ने यह भी बताया कि इससे पहले मई माह में भी उसने 2000 रुपये बिजली का बिल जमा किया था।

संतोष के पिता लखन साहू खेती करते हैं, खेती से गुजर बसर न होने से संतोष ने पंचर की दुकान खोली थी। जिससे परिवार की आजीविका चल सके, लेकिन इस तरह से बिजली विभाग के लाखों के बिल से परिवार परेशान है। संतोष के पिता लखन साहू का कहना है कि उनके पास न तो कोई ऐसी गृहस्थी है कि जिसको बेंचकर बिल चुकाया जा सके।

उन्होंने कहा कि बिजली विभाग वाले मानते नहीं है, कुर्की करने के लिए तैयार हो जाते है। अब तो फांसी पर लटकना पड़ेगा। बहरहाल कुछ भी हो लेकिन बिजली विभाग लगातार बिजली विभाग के मनमाने बिलों के कारण आम आदमी परेशान है। सब कुछ अंधेर नगरी चौपट राजा की कहावत सच सिद्ध हो रही है।

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