मुंबई में सोमवार देर रात चार मंजिला आवासीय इमारत ढहने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है, बीएमसी ने इस बात की जानकारी दी. इस हादसे में 13 लोग घायल हो गए थे. अधिकारियों ने बताया कि कुर्ला की नाइक नगर सोसायटी में स्थित आवासीय इमारत का एक ‘विंग’ सोमवार देर रात ढह गया. उसके नजदीक स्थित दूसरे ‘विंग’ के गिरने की आशंका भी बनी हुई है. घायलों को घाटकोपर तथा सायन के सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
बृहन्मुंबई महानगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त इकबाल सिंह चहल ने बताया कि दमकल विभाग के अनुसार, इमारत के मलबे में सात-आठ लोग ही फंसे हुए थे, जबकि पुलिस को संदेह है कि मलबे के नीचे और लोग हो सकते हैं.
BMC कमिश्नर इकबाल सिंह चहल ने कहा कि मैंने फायर ब्रिगेड और NDRF से अनुरोध किया है कि ऑपरेशन (खोज और बचाव अभियान) सावधानी से करें क्योंकि अंदर कुछ लोग जीवित हो सकते हैं. नगर निकाय मामले की जांच करेगा.
चहल ने बताया कि दमकल कर्मी मलबे में फंसे अन्य लोगों की तलाश के लिए बचाव और तलाश अभियान चला रहे हैं. घटना की सूचना मिलने के बाद दमकल कर्मियों के मौके पर पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने उन्हें मलबे में 20 से 22 लोगों के फंसे होने की जानकारी दी. दमकल की करीब 12 गाड़ियों के अलावा, दो बचाव वैन मौके पर तैनात है.
नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि ढह गए ‘विंग’ के नजदीक स्थित एक अन्य ‘विंग’ के गिरने की आशंका भी बनी हुई है और वहां से लोगों को निकाल लिया गया है. अतिरिक्त नगर आयुक्त अश्विनी भिड़े ने बताया कि बीएमसी ने मुंबई नगर निगम अधिनियम के प्रावधानों के तहत 2013 से कई बार इस इमारत की मरम्मत कराने के लिए, फिर उसे खाली करने और गिराने के लिए नोटिस जारी किए.
खोज और बचाव अभियान का मुआयना करने मंगलवार को घटनास्थल पर पहुंचे अधिकारी ने कहा, “यहां तक कि नियमों का पालन ना करने वालों के खिलाफ मुकदमा भी शुरू किया गया. बाद में, इमारत में रहने वाले लोगों ने संरचनात्मक ‘ऑडिट’ फिर से करवाया और भवन को मरम्मत करने के लायक होने की श्रेणी में डाला गया, लेकिन मरम्मत नहीं कराई गई.”
अतिरिक्त नगर आयुक्त अश्विनी भिड़े ने बताया कि बीएमसी द्वारा इमारत खाली करने की लगातार कोशिशों के बावजूद लोग वहां रहते रहे. इमारत के निवासियों ने एक हलफनामा दिया था कि वे अपने जोखिम पर वहां रहेंगे. महाराष्ट्र के पर्यावरण एवं पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने भी घटनास्थल का दौरा किया और खोज और बचाव अभियान की समीक्षा की.
इस महीने महानगर में इमारत गिरने की यह तीसरी बड़ी घटना है. 23 जून को चेंबूर इलाके में दो मंजिला औद्योगिक ढांचे का एक हिस्सा गिरने से 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 10 अन्य घायल हुए थे. नौ जून को उपनगरीय बांद्रा में तीन मंजिला आवासीय इमारत गिर गई थी, जिसमें 55 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और 18 अन्य लोग घायल हुए थे.