DeepSeek Ban: चीनी AI चैटबॉट पर कई देशों में बैन, डेटा सुरक्षा को लेकर उठे सवाल…

जानें क्यों बैन किया गया DeepSeek?

DeepSeek Ban: चीनी AI स्टार्टअप DeepSeek का चैटबॉट दुनियाभर में तेजी से लोकप्रिय हुआ, लेकिन अब कई देशों की सरकारें और साइबर सुरक्षा एजेंसियां इस पर प्रतिबंध लगा रही हैं. आयरलैंड, फ्रांस, बेल्जियम और नीदरलैंड जैसे देशों ने DeepSeek के डेटा संग्रहण नीतियों पर सवाल उठाए हैं.

अमेरिका में भी कई सरकारी एजेंसियों ने अपने कर्मचारियों को DeepSeek का उपयोग न करने के निर्देश दिए हैं. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, सैकड़ों कंपनियों ने साइबर सुरक्षा फर्मों से DeepSeek की पहुंच को ब्लॉक करने का अनुरोध किया है.

DeepSeek की गोपनीयता नीति के अनुसार, “हम उपयोगकर्ता की जानकारी को चीन में स्थित सुरक्षित सर्वरों पर स्टोर करते हैं.” लेकिन सबसे बड़ी चिंता यह है कि चीन के कानून कंपनियों को सरकारी एजेंसियों के अनुरोध पर डेटा साझा करने के लिए बाध्य करते हैं.

हालांकि, DeepSeek के AI मॉडल का लोकल होस्टिंग करने से यह समस्या कम हो सकती है. इसी कारण भारत सरकार इस मॉडल को भारतीय सर्वरों पर होस्ट करने की योजना बना रही है. केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “DeepSeek के ओपन-सोर्स मॉडल को भारत में होस्ट कर डेटा गोपनीयता की समस्या हल की जा सकती है.”

किन देशों ने DeepSeek पर प्रतिबंध लगाया? (DeepSeek Ban)

  • इटली: इटली DeepSeek पर प्रतिबंध लगाने वाला पहला देश बना. वहां के डेटा प्रोटेक्शन एजेंसी (DPA) ने AI मॉडल के उपयोगकर्ता डेटा प्रबंधन पर सवाल उठाए थे. इसके बाद DeepSeek का चैटबॉट ऐप स्टोर्स से हटा दिया गया.
  • ताइवान: ताइवान के डिजिटल मंत्रालय ने DeepSeek को “राष्ट्रीय सूचना सुरक्षा के लिए खतरा” बताया और सरकारी एजेंसियों में इसके उपयोग पर रोक लगा दी. इस प्रतिबंध के तहत सार्वजनिक स्कूलों और सरकारी स्वामित्व वाले उद्यमों को भी शामिल किया गया.

किन सरकारी एजेंसियों ने DeepSeek को बैन किया?

  • अमेरिकी कांग्रेस: अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों को DeepSeek के उपयोग से मना किया गया है. वहां के सुरक्षा अधिकारियों ने चेतावनी दी कि DeepSeek का इस्तेमाल हैकर्स द्वारा मैलवेयर फैलाने और डेटा चोरी करने के लिए किया जा सकता है.
  • अमेरिकी नौसेना: अमेरिकी नौसेना ने अपने सभी कर्मचारियों को DeepSeek के AI मॉडल और ऐप्स के उपयोग से सख्ती से मना कर दिया है.
  • पेंटागन: अमेरिका के रक्षा विभाग (DoD) ने जनवरी में ही DeepSeek के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया था. हालांकि, अधिकृत प्लेटफॉर्म ‘Ask Sage’ के माध्यम से DeepSeek के AI मॉडल का उपयोग संभव है, क्योंकि यह चीन के सर्वरों पर डेटा स्टोर नहीं करता.
  • NASA: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी NASA ने भी अपने कर्मचारियों को DeepSeek ऐप और सेवाओं का उपयोग करने से मना किया है.
  • टेक्सास: टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने राज्य के सरकारी उपकरणों पर DeepSeek और अन्य चीनी AI सॉफ़्टवेयर के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया.

DeepSeek Ban: पूरी तरह बैन करना कितना मुश्किल?

DeepSeek का चैटबॉट ऐप प्रतिबंधित होने के बावजूद, इसका ओपन-सोर्स AI मॉडल लोकल कंप्यूटर पर चलाया जा सकता है, जिससे उपयोगकर्ता का डेटा निजी बना रहता है. जिनके पास पर्याप्त हार्डवेयर नहीं है, वे DeepSeek के AI को Perplexity जैसे प्लेटफॉर्म के माध्यम से उपयोग कर सकते हैं, जो अमेरिका और यूरोप में स्थित सर्वरों पर डेटा स्टोर करता है.

इसके अलावा, DeepSeek पर आरोप है कि उसने अपनी नवीनतम AI तकनीक विकसित करने के लिए ChatGPT जैसी प्रतिद्वंद्वी कंपनियों की तकनीक का इस्तेमाल किया. लेकिन AI सिस्टम में छोटे डेटा ट्रैफ़िक को ट्रैक करना कठिन होने के कारण, इस तरह की गतिविधियों को रोकना आसान नहीं होगा.

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