एसआई भर्ती के अभ्यर्थियों ने इस दौरान मीडिया से चर्चा में कहा कि भर्ती परीक्षा रद्द करना चाहिए. कोर्ट ने भी परीक्षा में भ्रष्टाचार को स्वीकार किया है. हमारे साथ अन्याय हुआ है, जिसकी वजह से आज हम यहां पर खड़े हुए हैं. अभ्यर्थियों ने बताया कि वर्ष 2018 से हम लगातार धरना दे रहे हैं. जब भर्ती हुई तो 10 दिन का समय दिया गया. प्री एग्जाम दिया गया. तब एग्जाम व्यापम ने लिया था.
अभ्यर्थियों ने बताया कि रिजल्ट को लिफाफे में दिया गया था, जिसमें स्पष्ट रूप से पता चल रहा है कि यहां भ्रष्टाचार हुआ है. 15 दिन का समय देकर फिजिकल हुआ. भर्ती प्रक्रिया पूरी तरह से रद्द हो, इस संबंध में याचिका लगाई गई है. इसके साथ 2018 में भर्ती निकली थी, एक दिवसीय भर्ती थी. वनडे एग्जाम फिजिकल वह भी हमको चाहिए. बस यही मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
अभ्यर्थियों ने बताया कि 2018 की भर्ती में और भी कंपीटीटर बढ़ गए, इससे हम लोगों को बहुत नुकसान हुआ. हमारी यहां ना मांगें पूरी हुई, और ना ही सरकार हमारी सुन रही है. यह सब सोची-समझी चाल है, इसको लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं.
अभ्यर्थियों का समर्थन करने पहुंचे भाजपा प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास ने कहा कि समर्थन लाचारी का है, और समर्थन उसे प्रतिभा का है, जिसमें निर्ममता से 5 साल में हत्या कर दी गई है. जो भर्ती 2018 में होना चाहिए थी, वह 2023 में हो रही है. भर्ती प्रक्रिया अभी भी जारी है, क्योंकि अधिकारियों ने मोटा कमीशन ले लिया है. और उसको वापस कैसे करें. सारी चीज सतह पर आने के बाद भी राज्य सरकार भर्ती पर रोक नहीं लग पा रही है.
अभ्यर्थियों ने कहा कि राज्य सरकार ने पूरी तरह यहां के पदों को बेचा है, बोली लगाई है. शिक्षक भर्ती से लेकर पीएससी तक भर्ती में बिना पैसे का कोई व्यक्ति पद नहीं पा रहा है. पीएससी का कल परिणाम घोषित हुआ. कलेक्टर के भाई-भतीजा-बहन सभी का रिजल्ट घोषित हुआ. हम लोगों के पास पैसा नहीं है, इसीलिए रोड पर खड़े हैं, इसीलिए हम लोग प्रदर्शन कर रहे.