उतिष्ठ राघवम् कहकर आज अयोध्या में जगाये गए रामलला
राजनांदगाँव। भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी संतोष पांडे पिछले दो दिनों से कबीरधाम जिले के सुदूर अंचलों का व्यापक दौरा करने के पश्चात आज फिर जिले में आकर डोंगरगाँव विधानसभा क्षेत्र में गाँव-गाँव गली-गली घूमकर एक बार फिर – मोदी सरकार बनाने की अपील की।
भाजपा मीडिया सेल द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्रों में रामनवमी के अवसर पर संसदीय क्षेत्र की जनता को रामनवमी राम जन्मोंत्सव की बधाई देते हुए कहा कि पूरे भारत वर्ष में सांस्कृतिक धरोहरों का विकास मोदी सरकार की प्राथमिकता में हैं। आज अयोध्या में 500 वर्षों के लंबे संघर्ष के बाद वह शुभ दिन आया हैं जब भगवान श्रीराम के नवनिर्मित मंदिर में पहला जन्मोंत्सव मनाया गया। श्री पांडे ने कहा कि सदियों बाद आज रामनवमी को अभिजीत मुहूर्त में श्री रामलला का राजोपचार पूजन हुआ, आज तड़के ही उतिष्ठ राघवम् कहकर रामलला को जगाया गया, चांदी सोने के रथ, हाथी,घोड़े, अस्त्र-शस्त्र उन्हे समर्पित किया गया। वाध्य यंत्रों की मधुर ध्वनि के बीच नृत्य व गीत हुआ, वेदों पुराणों का पाठ हुआ, भगवान के जन्मोंत्सव के पश्चात चार वेदों की सभी शाखाओं का पाठ सुनाया गया। सोने-चांदी के बर्तनों में 106 प्रकार के भोग अर्पित हुए, सबसे खास अवससर श्री रामलला के सूर्याभिषेक का हुआ, ठीक 12 बजकर 16 मिनट पर श्री रामलला के माथे पर सूर्य की किरणों ने चार मिनट तक सूर्य तिलक किया। ऐसा नयनाभिराम दृश्य पूरे संसार ने देखा जिससे करोड़ों राम भक्तों का सीना गर्व से चौड़ा हो रहा हैं।
श्री पांडे ने आगे कहा की सनातन के इस वैभव के पीछे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदृष्टि का ही परिणाम था जो विवाद पिछले 500 वर्षों से अनसुलझा हुआ था तमाम प्रयासों के बावजूद हल नहीं हो रहा था। जिसे मोदी जी ने सहजता से हल करके देश का गौरव बढ़ाया। आज अयोध्या के विकास के लिए करोड़ों-करोड़ की परियोजनाए चल रही हैं, पूरे विश्व भर से लाखों दर्शनार्थी श्री रामलला का दर्शन प्रतिदिन कर रहे हैं। केवल अयोध्या ही नहीं बल्कि मोदी सरकार ने देश के कई धार्मिक स्थलों का जीर्णोद्धार करके देश की सनातन संस्कृति का वैभव बढ़ाया हैं। काशी विश्वनाथ कारीडोर आज भारत का दूसरा सबसे बड़ा कारीडोर बन गया हैं। सन 1735 में इंदौर की महारानी देवी अहिल्या बाई के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मंदिर का पुनर्निर्माण कराया हैं। इतना ही नहीं देवभूमि उत्तराखंड के लिए चारधाम परियोजन शुरु की गई हैं इस परियोजना के तहत गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ, बद्रीनाथ धाम को जोड़ने वाली विशेष सड़कों का निर्माण किया जा रहा हैं जो हर मौसम मे आवागमन के लिए सुरक्षित एवं सुविधाजनक होंगे केदारनाथ धाम में श्री आदि गुरु शंकराचार्य जी की भव्य मूर्ति का अनावरण किए गया हैं। इसके अलावा ऋषिकेश को भी रेल मार्ग से जोड़ने का कार्य हो रहा हैं सोमनाथ मंदिर के भी पुनर्निर्माण के लिए विभिन्न योजनाए चल रही हैं।
श्री पांडे आगे कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के विस्तारित क्षेत्र में महाकाल लोक का निर्माण कराया जो आकर्षक एवं दर्शनीय हैं। इसी तरह हैदराबाद में ग्यारहावी सदी के हिन्दू संत रामनुजाचार्य की 216 फिट ऊंची स्टैचु ऑफ इक्वेलिटी राष्ट्र को समर्पित की गई हैं। श्री पांडे ने कहा कि कश्मीर जिसे कांग्रेस ने अपनी नीतियों से जटिल बना दिया था, वहाँ भी मोदी सरकार ने धारा 370 हटाने के बाद श्रीनगर के कई पुराने मंदिरों का पुनर्निर्माण प्रारंभ किया हैं सबसे पहले झेलम नदी के किनारे बने रघुनाथ मंदिर का फिर से निर्माण कराया गया हैं कश्मीर घाटी में आभी 952 मंदिर हैं जिनमे 740 मंदिर जीर्णशीर्ण हालत में हैं जिनके नवीनीकरण की योजना बनी हैं श्री पांडे ने आगे कहा कि मोदी सरकार ने देश में ही नहीं बल्कि विदेशी जमीन पर भी भारत की सांस्कृतिक परम्परा की छाप दिखाई दे रही हैं। मोदी सरकार ने मनामा व आबूधाबी में भगवान श्री कृषण श्रीनाथ जी के पुनर्निर्माण के लिए 4.2 मिलियन डालर देने का ऐलान किया हैं जिससे विदेशों में भी हिन्दू संस्कृति का गौरव बढ़ेगा। श्री पांडे ने आज डोंगरगाँव विधानसभा क्षेत्र के ग्राम करमतरा, किरगी, बड़गाँव चारभाठा, खुज़्जी, मनेरी, दीवान भेड़ी, मारगाँव, मचानपार, बोदेला, आरगाँव, बाकल, रामपुर, घोरदा, अर्जुनी में जनसम्पर्क करते हुए चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान प्रमुख रूप से भरत वर्मा, दिनेश गांधी, पवन जैन, राजेन्द्र जैन(बंटू),राजकुमार गुप्ता, बलराज तिवारी, नदीम बड़गुजर, राजा जैन, गौरव यदु, नवनीत अहीर, गुलशन पटेल, रितिक तिवारी, डिकेश साहू, कुलेश्वर निषाद, तरुण नायक, टुमन साहू, रोहित साहू, अजय वैष्णव, भावेश निक्की, यदु नायक, कृष्ण लटिया, टेकराम निषाद, डा. नीरेंद्र साहू, तखट सोनकर, जागेश्वर यादव, जनक साहू, खेमू साहू, सोमेश्वर पटेल, पुनराम साहू, निर्भय श्रीवास, भारत साहू, नेतराम साहू, बिसेसर साहू, निवेदन साहू, लखन सूर्यवंशी, जानीवाकर साहू, धनराज ठाकुर, किशोर यादव, भुवन साहू, राजू साहू, विजय जैन, दिनेश साहू, नसीब रात्रे, फागुराम सिन्हा, अंजू त्रिपाठी, रोहित गुप्ता सहित अनेक एवं कार्यकर्ता उपस्थित थे।