वाराणसी. बांग्लादेश की स्थिति को लेकर लगातार आवाजें उठ रही हैं. इसे लेकर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने यूएन को पत्र लिखा है. उन्होंने कहा कि हमने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) को एक पत्र लिखा है. यूएन की स्थापना मानवता को प्रभावित करने वाले किसी भी संकट को संबोधित करने और अत्याचार होने पर हस्तक्षेप करने के लिए की गई थी.
उन्होंने आगे कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार हो रहे हैं. उनके घर जलाए जा रहे हैं, बाजार लूटे जा रहे हैं, मंदिर नष्ट किए जा रहे हैं और पुजारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है. वकीलों को अदालतों तक पहुंचने से रोका जा रहा है. महिलाओं की गरिमा का हनन किया जा रहा है और लोगों को उनके घरों से घसीट कर सड़कों पर फेंका जा रहा है. अगर ये उत्पीड़न नहीं है, तो क्या है…?”
बता दें कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर लगातार मुखर हैं. वे इस्कान के चिन्मय कृष्णदास की गिरफ्तारी को लेकर भी बयान दे चुके हैं. उन्होंने कहा था कि ‘बांग्लादेश में क्या हो रहा है, देखिए, वहां इस्कॉन के पुजारी ने हिंदुओं से उनकी सुरक्षा के लिए एकजुट होने का आग्रह किया, उस व्यक्ति को उठाकर जेल में डाल दिया गया और कोर्ट में भी बेल नहीं मिली सीधे जेल’