बालोद. छत्तीसगढ़ के बालोद जिले के ग्राम तरौदा में डायरिया के कारण युवक मोहित निषाद की मौत हो गई. जिला अस्पताल में भर्ती चार अन्य मरीजों की हालत गंभीर है. वहीं, गांव में 15 अन्य प्रभावितों का इलाज स्थानीय स्वास्थ्य शिविर में चल रहा है, जिन्हें प्राथमिक लक्षणों के आधार पर निगरानी में रखा गया है.
जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर आ गया है. डॉक्टर्स की टीम गांव पहुंची और तत्काल राहत व उपचार के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाया गया. ग्रामीणों का प्राथमिक जांच और उपचार तेजी से किया जा रहा है.
सीएमएचओ महेश सूर्यवंशी ने बताया कि गांव में दूषित पानी से डायरिया फैला है. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाया है. जहां लोगों का इलाज जारी है. लोगों से सतर्क रहने और उबालकर पानी पीने की अपील की है.
बता दें कि साफ पेयजल और पर्याप्त स्वच्छता व सफाई के जरिए डायरिया रोग के एक महत्वपूर्ण अनुपात को रोका जा सकता है. फिलहाल जिले में डायरिया से बचाव को लेकर स्वास्थ्य टीमें जुट गईं हैं.