Tips for Tulsi Plant: हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे का काफी महत्व है. इसमें मां लक्ष्मी का वास माना जाता है, इसलिए लोग इसे पवित्र मानकर घर में लगाकर सुबह-शाम पूजा करते हैं. तुलसी में रोजाना पानी चढ़ाने और पूजा करने से भगवान विष्णु भी प्रसन्न होकर अपना आशीर्वाद देते हैं. अक्सर लोग अपने घरों में जहां तुलसी का पौधा लगाते हैं, उसके आसपास कई और पौधे भी लगा देते हैं. हालांकि, तुलसी के साथ हर तरह का पौधा नहीं लगाना चाहिए. ऐसा करने से तुलसी की एनर्जी कम हो जाती है.
निगेटिव एनर्जी
तुलसी के पौधे के साथ कभी भी कैक्टस का पौधा भी नहीं लगाना चाहिए. कैक्टस का पौधा कांटेदार होता है और राहु-केतु का प्रतीक माना जाता है. इस वजह से इससे निगेटिव ऊर्जा का संचार होता है और तुलसी की एनर्जी खत्म होने लगती है.
राहु-केतु
तुलसी के पौधे के साथ कैक्टस के पौधे को न रखने की एक वजह और भी है. राहु-केतु की दिशा दक्षिण-पश्चिम मानी जाती है. जबकि, तुलसी के पौधे को पूर्वोत्तर में रखा जाता है, इसलिए दोनों पौधों को कभी भी आसपास नहीं रखना चाहिए.
आक
आक के पौधे को भी कभी तुलसी के साथ नहीं लगाना चाहिए. कुछ लोग दोनों पौधों को एक ही गमले में लगा देते हैं. आक के पौधे से दूध निकलता है. इस दूध के तुलसी के पौधे पर गिरने से वह खराब हो सकता है. ऐसे में तुलसी और आक के पौधे को कभी साथ न लगाएं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. DAINIK PAHUNA इसकी पुष्टि नहीं करता है.)