हर कोई अपने घर में सुख-शांति की कामना करता है। इसके लिए कई तरह से भगवान शिव को रिझाने के प्रयास करता है। अभी सावन माह चला हुआ और शिव भगवान (Lord Shiva) का यह प्रिय महीना है। महिणमहेश, श्रीखंड, अमरनाथ की पावन यात्रा भी इसी माह शुरू होती है।सावन माह(Saavan) की कवियों ने भी काफी प्रशंसा की है। रिमझिम बारिश के साथ वादियों चारों ओर हरियाली से लकदक होती हैं। अगर आप भी इस माह में भोलेनाथ को प्रसन्न करना चाहते हैं तो ये उपाय जरूर करें।
शिवलिंग को चढ़ाएं दूध:
सावन माह में शिवलिंग पर जल और दूध चढ़ाना चाहिए। इससे अति विशिष्ट और उत्तम फल मिलता है। अगर सावन माह में रोज शिवलिंग पर दूध चढ़ाएंगे तो कठिन से कठिन परिस्थिती होने पर भी आपका कुछ नहीं बिगड़ेगा और भगवान शिव की कृपा आपके उपर बरसती रहेगी। सावन माह में नित्य शिवलिंग (Shivling) पर दूध चढ़ाने से कुंडली में चंद्रमा की स्थिति भी मजबूत होती है। वहीं, ऐसा करने से मन की चंचलता भी दूर होती है। इसके अलावा शिवलिंग को मिश्रित खीर चढ़ाने से नौकरी और कारोबार में मनचाहा लाभ होता है।
हर सोमवार को रखें व्रत:
सावन माह के हर सोमवार को व्रत (Fast) रखना चाहिए। इससे मनोकामनाएं तो पूरी होती ही हैं, साथ में मन की चंचलता भी दूर होती है। ऐसा करने से मन शांत रहता है, घर में सुख-स्मृद्धि आती है और आप सयंत रहते हैं। सोमवार का व्रत रखने से शिव भगवान अति प्रसन्न होकर अपने भक्त को आशीर्वाद देते हैं।
त्रिपुरारी को चढाएं ये चीजें:
सावन माह में भगवान शिव को भांग, बेलपत्र, धतूरा और आक जरूर चढ़ाएं। जैसा कि हम जानते हैं भगवान शिव को नीलकंठ (Neelkanth) भी कहते हैं क्योंकि उन्होंने समुद्र मंथन से निकलने वाले विष का पान कर लिया था। इस कारण वे अचेत हो गए थे और आदि शक्ति ने जड़ी-बूटियों का प्रयोग कर उनको चेतन अवस्था में लाया था। वे यही जड़ी-बूटियां थीं। इनको अर्पित करने से घर में धन और धान्य आता है।
महामृत्युंजय मंत्र का करें जाप:
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृ त्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ। यह महामृत्युंजय मंत्र है। इसका जाप करने से मुर्दे में भी जान आ जाती है। अतः सावन माह में इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से शिव भगवान (Lord shiva) आरोग्यता का वरदान देते हैं। मानसिक संतुलन बना रहता है। शरीर में ओज कायम रहती है और जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिलती है।
मांस-मदिरा का ना करें सेवन:
सावन माह अति पावन है क्योंकि यह माह भगवान शिव का प्रिय माह है। अतः इस माह में खान-पान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। इस महीने में मांस-मदिरा और तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही इस महीने में दूध भी नहीं पीना चाहिए। इसका कारण यह है कि इस माह में दूध सिर्फ भोलेनाथ को अर्पित किया जाता है। वहीं इस माह में दूध का सेवन न करने के वैज्ञानिक तथ्य भी हैं।