सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद डॉक्टरों ने खत्म की हड़ताल, लेकिन सरकार को दी चेतावनी

Kolkata Rape Case: कोलकाता का RG कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल इस वक्त एक जूनियर महिला डॉक्टर से दरिंदगी की घटना को लेकर देशभर में सुर्खियों में है।देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। डॉक्टर हड़ताल पर थे और लगातार अपनी सुरक्षा की मांग कर रहे थे। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को हिंसा की रोकथाम और चिकित्सा पेशेवरों के लिए सुरक्षित कामकाजी परिस्थितियों पर सिफारिशें करने के लिए 10 सदस्यीय राष्ट्रीय टास्क फोर्स के गठन का आदेश दिया। कोर्ट के आदेश के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है और अब काम पर लौटेंगे।

डॉक्टरों ने कहा है कि हम हड़ताल को 45 दिन के लिए खत्म कर रहे हैं। देखते हैं क्या कार्रवाई हो रही है। डॉक्टर गौतम का कहना है कि SCने हमारी सारी बातें सुनीं, इसलिए हम हड़ताल खत्म कर रहे हैं। अब सभी डॉक्टर काम पर लौटेंगे।

देश एक और बलात्कार की घटना का इंतज़ार नहीं कर सकता– SC

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि डॉक्टरों का पैनल देश भर में चिकित्सा पेशेवरों और स्वास्थ्य देखभाल कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करेगा। डॉक्टरों और महिला डॉक्टरों की सुरक्षा राष्ट्रीय हित और समानता के सिद्धांत का मामला है।देश एक और बलात्कार की घटना का इंतज़ार नहीं कर सकता। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता मामले का स्वत: संज्ञान लिया था और मामले को प्राथमिकता के आधार पर सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया था।

10सदस्यीय NTAतीन सप्ताह में सौंपेगी अंतरिम रिपोर्ट

सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा पर अहम कदम उठाते हुए 10 सदस्यीय नेशनल टास्क फोर्स का गठन किया है। अब NTAलिंग आधारित हिंसा को रोकने के लिए प्रशिक्षु डॉक्टरों, रेजिडेंट और नॉन-रेजिडेंट डॉक्टरों के लिए एक कार्य योजना तैयार करेगा। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि टास्क फोर्स तीन सप्ताह के भीतर अपनी अंतरिम रिपोर्ट और दो महीने के भीतर अंतिम रिपोर्ट सौंपेगी।

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