Jaggery Tea Without Curdling Milk: बदलते मौसम में गुड़ की चाय न सिर्फ स्वाद में बेहतरीन होती है, बल्कि सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद मानी जाती है, खासकर सर्दी, खांसी और पाचन संबंधी समस्याओं में. अब तो सुबह और रात के समय हल्की ठंड का एहसास भी होने लगा है. ऐसे में गुड़ की चाय बहुत ही अच्छी लगती है. पर गुड़ की चाय अक्सर इसलिए फट जाती है क्योंकि दूध और गुड़ दोनों की प्रकृति अलग होती है.
गुड़ में मौजूद अम्लीय तत्व (Acidic Components) दूध के प्रोटीन को फाड़ देते हैं, जिससे चाय फट जाती है. लेकिन आप नीचे दिए गए सटीक टिप्स अपनाकर आसानी से इस समस्या से बच सकते हैं.

1. गैस बंद करने के बाद ही गुड़ डालें: यह सबसे जरूरी टिप है. दूध और चायपत्ती को अच्छे से उबालने के बाद गैस बंद करें और फिर गुड़ डालें. इससे दूध में मौजूद प्रोटीन फटता नहीं और गुड़ आराम से घुल जाता है.
2. गुड़ को अलग से पानी में घोलें: अगर आप चाहें, तो गुड़ को पहले थोड़ा गर्म पानी में घोल लें और बाद में तैयार चाय में मिलाएं. इससे भी चाय फटने की संभावना नहीं रहती.
3. थोड़ा पतला दूध इस्तेमाल करें: फुल क्रीम दूध जल्दी फटता है. अगर आप हल्का दूध (या 1:1 दूध-पानी का मिश्रण) लें तो रिस्क कम होता है.
4. गुड़ डालने में जल्दबाजी ना करें: दूध को पूरी तरह उबाल लेने दें और चाय तैयार हो जाए, तब ही गुड़ डालें.
5. गुड़ बहुत ठंडा या गीला न हो गीला या नमी वाला गुड़ दूध के तापमान से प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे चाय फट सकती है. सूखा और ताजा गुड़ इस्तेमाल करें.
6. नींबू या किसी और खट्टे तत्व से बचें: कभी-कभी लोग स्वाद के लिए नींबू या हर्बल मसाले डालते हैं, जिससे अम्लीयता बढ़ जाती है और दूध फट जाता है.
7. गुड़ को थोड़ा-थोड़ा करके मिलाएं: एक साथ ज्यादा गुड़ डालने से भी दूध फट सकता है. थोड़ा-थोड़ा करके मिलाने से चाय सुरक्षित रहती है.

