दिवाली की शॉपिंग कहीं आपको न कर दें कंगाल, इन तरीकों को अपनाकर लोगों को लूट रहे स्कैमर्स, अकाउंट खाली होने से बचाने के ये हैं तरीके

Online Shopping Scams: पूरे देश में दिवाली की तैयारियों की धूम है। लोग दीपावली को खास बनाने के लिए जमकर खरीदारी (Diwali Shopping) कर रहे हैं। लोग अलग-अलग ई-कॉमर्स (E-commerce) वेबसाइट पर सेल के जरिए भी जमकर ऑनलाइन शॉपिंग कर रहे हैं। हालांकि इस दौरान स्कैमर (ऑनलाइन फर्जीवाड़ा करने वाले अपराधी) भी एक्टिव हो जाते हैं। ये लोग साइबर फ्रॉड कर लोगों चूना लगाने की फिराक में हैं। इसे देखते हुए इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (Indian Computer Emergency Response Team) ने कई तरह के स्कैम के खिलाफ चेतावनी जारी की है। साथ ही इनसे बचने के तरीके भी बताए हैं। तो चलिए आप और हम अकाउंट खाली होने से बचाने के तरीके को सीखते हैंः-

भारत सरकार की इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-In) ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि साइबर फ्रॉड करने वाले लोग फिशिंग स्कैम (Phishing Scam) का सबसे ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं। इसमें वह फर्जी ईमेल और मैसेज के जरिए लोगों को जाल में फंसाकर उनकी लॉगिन आईडी और निजी डेटा पर हाथ साफ कर देते हैं। इसके अलावा लॉटरी स्कैम (Lottery Scam) और प्राइज स्कैम (Prize Scam) भी उनके हथियार हैं. ऑनलाइन डेटिंग प्रोफाइल स्कैम (Online Dating Scam) भी इन दिनों काफी बढ़ा है।

सर्ट इन ने चेतावनी जारी की है कि आपको जॉब स्कैम (Job Scam), टेक सपोर्ट स्कैम (Tech Support Scam), इनवेस्टमेंट स्कैम (Investment Scam), कैश ऑन डिलिवरी स्कैम (Cash on Delivery Scam), फेक चैरिटी स्कैम (Fake Charity Scam), मनी ट्रांसफर स्कैम (Money Transfer Scam), डिजिटल अरेस्ट स्कैम (Digital Arrest Scam), फोन स्कैम (Phone Scam), पार्सल स्कैम (Parcel Scam), लोन स्कैम (Loan Scam) और कार्ड स्कैम (Card Scam) जैसी गतिविधियों पर नजर रखनी होगी ताकि आप किसी के जाल में न फंसे।

इन तरीकों से अपनी मेहनत की कमाई को रख सकते हैं सुरक्षित

सर्ट इन के अनुसार, आप अनजान व्यक्ति के साथ कॉल या वीडिओ कॉल पर न जुड़े। न ही किसी अनजान आदमी को पैसे ट्रांसफर करें। ध्यान रखें कि कोई भी सरकारी एजेंसी व्हाट्सएप (WhatsApp) या स्काइप (Skype) के जरिए आधिकारिक काम नहीं करती है। अगर आप किसी ऐसी स्थिति में फंस जाएं तो किसी भी हालत में अपनी निजी जानकारी साझा न करें। कोई भी सरकारी एजेंसी कभी भी बैंकिंग डिटेल और ओटीपी जैसी चीजों की डिमांड नहीं करती। किसी का भेजा हुआ एप या सॉफ्टवेयर कभी इंस्टॉल

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